वीरान सड़कें, चारों तरफ पसरा सन्नाटा, तस्वीरों में देखें आतंकी हमले के बाद का पहलगाम का हाल
punjabkesari.in Thursday, Apr 24, 2025 - 12:09 PM (IST)

नेशनल डेस्क: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर की पर्यटन नगरी का हाल बदल गया है। जहां एक दिन पहले तक सड़कों पर पर्यटकों की चहल-पहल थी, अब वहां सन्नाटा पसरा हुआ है। बाजार बंद हैं और चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाबल तैनात हैं। पहलगाम और उसके आसपास के मंदिरों, मस्जिदों तक में लोग नजर नहीं आ रहे।
पर्यटक लौटने लगे घर
मंगलवार को हुए हमले के बाद से लगभग सभी होटल खाली हो चुके हैं। बुधवार को एक भी वाहन पर्यटकों को लेकर पहलगाम नहीं पहुंचा। डर का माहौल इस कदर है कि लोग अब जम्मू-कश्मीर के किसी भी हिस्से में जाने से घबरा रहे हैं।
90% फ्लाइट्स कैंसिल-
उड्डयन मंत्रालय के अनुसार, हमले के अगले ही दिन यानी बुधवार को सुबह 6 बजे से दोपहर 12 बजे तक 20 फ्लाइट्स से 3,337 लोग श्रीनगर से वापस लौटे। इंडिगो, एयर इंडिया और स्पाइसजेट ने अतिरिक्त फ्लाइट्स लगाईं ताकि लोग जल्दी लौट सकें। टूर एजेंसियों का कहना है कि 90% तक बुकिंग्स कैंसिल हो चुकी हैं।
ऑनलाइन बुकिंग में भारी गिरावट-
श्रीनगर के लिए फ्लाइट कैंसिलेशन में 7 गुना बढ़ोतरी हुई है। साथ ही भविष्य की बुकिंग्स में 40% की गिरावट आई है। यह कश्मीर के पर्यटन उद्योग के लिए गंभीर संकट है।
वैष्णो देवी यात्रा पर भी असर-
पर्यटन पर असर सिर्फ कश्मीर तक सीमित नहीं है। जम्मू के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल वैष्णो देवी के लिए भी बुकिंग्स कैंसिल हो रही हैं। टूर ऑपरेटर्स का कहना है कि लोग पैसे वापस मांग रहे हैं और हालात को देखते हुए जम्मू तक जाने से कतरा रहे हैं।
पर्यटन पर संकट, 30,000 करोड़ का सपना खतरे में-
जम्मू-कश्मीर की कुल अर्थव्यवस्था में पर्यटन का योगदान 8% है। सरकार का लक्ष्य था कि 2030 तक इसे 30,000 करोड़ रुपये तक पहुंचाया जाए। लेकिन इस हमले के बाद जो हालात बने हैं, अगर यही जारी रहा तो इस सपने के चकनाचूर होने का खतरा है।
स्थानीय लोगों की चिंता –
स्थानीय लोगों का कहना है कि ये हमला सिर्फ टूरिस्ट्स पर नहीं, बल्कि कश्मीर की शांति और खुशहाली पर है। एक स्थानीय युवक ने पर्यटकों को बचाने की कोशिश में अपनी जान गंवा दी।