SDM ने वकीलों के सामने कान पकड़कर लगाई उठक-बैठक, माफी का वीडियो हुआ वायरल
punjabkesari.in Wednesday, Jul 30, 2025 - 02:00 AM (IST)

नेशनल डेस्कः उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में एक आईएएस अफसर रिंकू सिंह राही का ऐसा वीडियो सामने आया है जिसने खूब सुर्खियां बटोरी हैं। इस वीडियो में वह धरने पर बैठे वकीलों के बीच पहुंचकर माफी मांगते हुए कान पकड़कर उठक बैठक लगाते नजर आ रहे हैं। यह मामला प्रशासनिक विवाद के साथ-साथ सोशल मीडिया पर भी खूब चर्चा में है।
क्या हुआ पूरा मामला?
रिंकू सिंह राही, जो हाल ही में मथुरा से शाहजहांपुर आईएएस अधिकारी के पद पर तैनात हुई हैं, को एसडीएम पुवाया बनाया गया था। सोमवार को वह निरीक्षण के लिए निकली थे, तभी उन्होंने देखा कि एक व्यक्ति टॉयलेट के बाहर गंदगी कर रहा था। इस पर नाराज होकर उन्होंने उस व्यक्ति को सजा के तौर पर उठक बैठक लगवा दी।
इसके बाद इस घटना को लेकर वहां मौजूद वकीलों ने हंगामा शुरू कर दिया और धरना प्रदर्शन करने लगे। मामला बढ़ता देख रिंकू सिंह राही खुद धरने के बीच पहुंचे और वकीलों से माफी मांगते हुए उनके सामने कान पकड़कर खुद भी उठक बैठक लगाई। उनका कहना था कि अगर कोई गलती करता है तो उसे दंड मिलना चाहिए ताकि वह भविष्य में ऐसी गलती न दोहराए। उन्होंने यह कार्रवाई बेहतर तालमेल और सामंजस्य स्थापित करने के लिए की है।
अधिकारी ने जताई संवेदनशीलता, वकीलों ने खत्म किया धरना
वकीलों ने अधिकारी की इस अनोखी माफी स्वीकार कर धरना समाप्त कर दिया। हालांकि इस वीडियो और घटना ने प्रशासनिक अधिकारियों के बीच भी बहस छेड़ दी है। कई लोग इसे अधिकारी की संवेदनशीलता और जिम्मेदारी का उदाहरण बता रहे हैं, तो कुछ इसे अधिकारी की गरिमा और प्रशासनिक शालीनता से जुड़े सवाल भी समझ रहे हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो और बहस
इस वीडियो ने सोशल मीडिया पर भी तहलका मचा दिया है। कुछ यूजर्स ने आईएएस अधिकारी की इस हटके शैली की सराहना की है और कहा है कि इससे प्रशासन और स्थानीय जनता के बीच बेहतर तालमेल बनेगा। वहीं, कुछ लोग इस बात पर सवाल उठा रहे हैं कि क्या किसी अधिकारी को इस तरह का व्यवहार करना चाहिए और क्या यह प्रशासनिक शिष्टाचार के अनुरूप है।
आईएएस रिंकू सिंह राही का बयान
रिंकू सिंह राही ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “हमारा उद्देश्य सिर्फ नियम-व्यवस्था बनाए रखना है। अगर कोई गलती करता है तो उसे दंड मिलना चाहिए ताकि भविष्य में वह गलती न दोहराए। मैंने यह तरीका इसलिए अपनाया ताकि प्रशासन और जनता के बीच बेहतर तालमेल बना रहे।”