सिखों के विरोध बाद ब्रिटेन के कई सिनेमाघरों में ''Emergency'' की स्क्रीनिंग रद्द
punjabkesari.in Tuesday, Jan 21, 2025 - 10:49 AM (IST)
नेशनल डेस्क: ब्रिटेन के बर्मिंघम, वॉल्वरहैम्प्टन और पश्चिमी लंदन के सिनेमाघरों में कंगना रनौत की फिल्म "इमरजेंसी" की स्क्रीनिंग रद्द कर दी गई है। इसका कारण सिख समुदाय द्वारा फिल्म के विरोध को बताया जा रहा है। फिल्म में कंगना ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की भूमिका निभाई है, जिसे सिख समुदाय ने आपत्तिजनक और सिख विरोधी बताया।
सिखों के खिलाफ हिंसा को बढ़ावा दिया
सिख समुदाय के लोग फिल्म में इंदिरा गांधी के शासनकाल के दौरान हुए सिख नरसंहार के संदर्भ में उनके चित्रण को लेकर नाराज हैं। उनका कहना है कि फिल्म में इंदिरा गांधी को ऐसी प्रधानमंत्री के रूप में दिखाया गया है जिन्होंने अपनी हत्या से पहले सिखों के खिलाफ हिंसा को बढ़ावा दिया। इस कारण, फिल्म को सिख विरोधी और भारत सरकार का प्रचार बताया गया है।
ब्रिटेन में सिनेमाघरों में फिल्म की स्क्रीनिंग रद्द
सिख समुदाय के विरोध के चलते बर्मिंघम और वॉल्वरहैम्प्टन के सिनेमाघरों में फिल्म की स्क्रीनिंग रद्द कर दी गई। पहले इस फिल्म को ब्रिटेन के 50 सिनेमाघरों में दिखाए जाने का प्लान था, लेकिन विरोध के बाद कई सिनेमाघरों ने इसे अपनी स्क्रीनिंग से हटा लिया। फिल्म को विशेष रूप से स्टार सिटी व्यू और सिनेवर्ल्ड जैसे प्रमुख सिनेमा हॉल से हटाया गया था।
सिख समुदाय ने उठाई इस फिल्म के विरोध में आवाज
सोशल मीडिया पर सिख समुदाय के लोगों ने इस फिल्म के विरोध में आवाज उठाई और कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन किए। बर्मिंघम स्टार सिटी में विरोध करने वाले सिख पुरुषों के एक समूह ने सिनेमाघर के मैनेजर को घेर लिया, जिसके बाद मैनेजर ने फिल्म की स्क्रीनिंग रद्द करने का निर्णय लिया। शेर-ए-पंजाब नामक संगठन ने इंस्टाग्राम पर इस कदम को सिखों की एकता और विरोध की जीत बताया।
फिल्म को रिलीज होने से रोकना
इस घटना के बाद, UK के एक फिल्म वितरक ने मीडिया से कहा कि किसी भी फिल्म को रिलीज होने से रोकने का कोई अधिकार नहीं होना चाहिए। उनका कहना था कि यह एक फिल्म है और इसे देखे बिना इसे रोकने का कोई मतलब नहीं है। फिल्म के वितरकों और सिख समुदाय के बीच यह विवाद अब और बढ़ता दिख रहा है। इस विरोध के बाद, ब्रिटेन के अन्य सिनेमाघरों में भी इस फिल्म की स्क्रीनिंग को लेकर स्थिति अस्पष्ट बनी हुई है। फिल्म के निर्माता और विरोध करने वाले दोनों पक्ष अपनी-अपनी बात रखने में लगे हुए हैं।