नए साल पर केरल-कर्नाटक सहित इन राज्यों में खुले स्कूल, कोविड-19 नियमों का हो रहा पालन

punjabkesari.in Friday, Jan 01, 2021 - 05:10 PM (IST)

एजुकेशन डेस्क: नए साल के मौके पर कोरोना महामारी के कारण कई महीनों से बंद पड़े स्कूल एक बार फिर खुल गए हैं। आज से केरल और कर्नाटक में 10 वीं- 12 वीं कक्षा के स्टूडेंट्स के लिए स्कूलों को फिर से खोल दिया गया है। वहीं छात्रों का कहना है कि वह स्कूल आकर बेहद ही खुश है। उनका कहना है कि ऑनलाइन कक्षाओं से ऑफलाइन कक्षाएं बेहतर हैं। इसके साथ ही कोरोना से बचाव के लिए सभी गाइडलाइंस का सख्ती से पालन किया जा रहा है।

कर्नाटक
कर्नाटक में लगभग नौ महीने के बाद शुक्रवार को विद्यालयों और प्री यूनिवर्सिटी कॉलेजों (पीयूसी) को कोविड-19 संबंधी सुरक्षा नियमों के साथ विद्यार्थियों के लिए खोला गया। दसवीं और 12वीं (प्री यूनिवर्सिटी कॉलेज) के विद्यार्थियों के लिए शुक्रवार से कक्षाएं शुरू हो गईं। इन दोनों ही कक्षाओं के विद्यार्थी बोर्ड की परीक्षा देंगे। छठी से लेकर नौवीं कक्षाओं के बच्चे विद्यागम कार्यक्रम के लिए विद्यालय परिसरों में पहुंचे हैं।

कोरोना काल में विद्यालयों के खुलने की अनिश्चितताओं के बीच सरकार ने बच्चों की शिक्षा जारी रखने के लिए इस योजना की शुरुआत की थी। माता-पिता के अनुमति पत्र के साथ बच्चे मास्क लगाए हुए विद्यालयों और पीयूसी पहुंचे तथा थर्मल जांच और हाथों में सैनिटाइजर लगाने के बाद वे कक्षाओं में गये । कक्षाओं के भीतर भी विद्यार्थी सामाजिक दूरी नियमों का पालन करते हुए बैठे देखे गए।

केरल
कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर नौ महीने बंद रहने के बाद केरल में स्कूल फिर खोल दिए गए और इतने दिनों बाद स्कूल जा रहे छात्रों में उत्साह देखने को मिला। हालांकि शुक्रवार को आंशिक तौर पर खुले स्कूलों में सफाई, मास्क पहनने, सामाजिक दूरी बनाए रखने और बार-बार हाथ धोने जैसे दिशानिर्देशों के अनुपालन पर ध्यान दिया गया।

सरकार के निर्देश पर केरल के स्कूलों में 10वीं और 12वीं की कक्षाएं सीमित घंटों के लिए खोली गईं। लेकिन, अन्य छात्रों से दूरी बनाए रखने और एक बेंच पर केवल एक छात्र के बैठने के सख्त निर्देश के कारण कुछ छात्रों में निराशा दिखी। इन नौ महीनों में, छात्र केरल इंफ्रास्ट्रक्चर एंड टेक्नोलॉजी फॉर एजुकेशन (केआईटीई) के माध्यम से ऑनलाइन कक्षाओं में भाग ले रहे थे। उनके शरीर का तापमान मापने के लिए स्कूलों के प्रवेश द्वार पर डिजिटल थर्मामीटर लगाया गया है। यह प्रक्रिया अधिकारियों द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार अनिवार्य है।

असम
आज से असम के स्कूल भी खुल गए हैं। हालांकि कोरोना महामारी की वजह से गुवाहाटी के एक स्कूल में एक भी छात्र नहीं पहुंचा। गोपाल बोरो गवर्नमेंट हायर सेकेंडरी स्कूल के प्रिंसिपल का कहना है कि आज स्कूल में एक भी छात्र नहीं आया। हालांकि, हम दिन के अंत तक स्कूल में ही हैं। यह स्कूल दिसपुर के गणेशगुरी इलाके में स्थित है। असम में नर्सरी से कक्षा 6 तक के लिए 1 जनवरी से फिर सेकुलर खोले गए। इससे पहले छठवीं के बाद की कक्षाओं 2 नवंबर से स्वैच्छिक और परिवर्तन के आधार पर शुरू की गई थीं। 8 वें, 10 वें और 11 वें के स्टूडेंट्स मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को अपनी सूची में जाएंगे। इसके अलावा, 6 वीं, 7 वीं, 9 वीं और 12 वीं  कक्षा के छात्रों की कक्षाएं हफ्ते के दिन ही लगेंगी। मतलब कि कक्षाएं सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को लगेंगी।

 

 

 


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rajesh kumar

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