''धर्म और जाति से ऊपर उठकर आतंकवाद से निपटना होगा'', पहलगाम हमले पर बोले सद्गुरु, कहा- ये समाज को बांटना चाहते हैं
punjabkesari.in Thursday, Apr 24, 2025 - 12:59 PM (IST)

नेशनल डेस्क: ईशा फाउंडेशन के संस्थापक सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने इस हमले को कायरतापूर्ण करार देते हुए कहा कि आतंकवाद का उद्देश्य युद्ध नहीं होता, बल्कि समाज को भय से पंगु बनाना है। उनका मानना है कि आतंकवादियों का मुख्य लक्ष्य लोगों के बीच दहशत फैलाना और समाज को आपस में बांटना होता है।
'हमें ऐसे आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने चाहिए'
सद्गुरु ने यह भी कहा कि हमें धर्म, जाति और पंथ की संकीर्णताओं से ऊपर उठकर एकजुट होकर इन अराजक तत्वों से सख्ती से निपटना चाहिए। उनका कहना था कि अगर हम अपने देश की संप्रभुता को बनाए रखना चाहते हैं, तो हमें ऐसे आतंकवादियों के खिलाफ दृढ़ संकल्प और सख्त कदम उठाने चाहिए।
सद्गुरु ने धार्मिक आतंकवाद को बताया खतरनाक
सद्गुरु ने विशेष रूप से धार्मिक आतंकवाद को खतरनाक बताया। उन्होंने कहा कि जब कोई व्यक्ति धार्मिक विश्वास के नाम पर आतंक फैलाता है, तो उससे निपटना बहुत कठिन होता है, क्योंकि वह अपनी जान की परवाह किए बिना संघर्ष करता है। इस तरह के आतंकवादियों से समझौता करना बेहद मुश्किल होता है।
हम देश को आर्थिक रूप से मजबूत करें: सद्गुरु
सद्गुरु ने हमारे पूर्वजों की गरीबी और भुखमरी से लड़ने की बात करते हुए कहा कि आज हमारी जिम्मेदारी है कि हम देश को आर्थिक रूप से मजबूत करें। उन्होंने यह भी कहा कि यह समय है कि देश की सुरक्षा और समृद्धि के खिलाफ काम कर रहे अराजक तत्वों के खिलाफ कठोर कदम उठाए जाएं।
'एक राष्ट्र के रूप में खड़े होकर आतंकवाद का सामना करें'
सद्गुरु ने आतंकवाद से निपटने के दीर्घकालिक समाधान पर भी बात की। उनका मानना था कि इस समस्या का स्थायी समाधान शिक्षा, रोजगार और समाज के सभी वर्गों के कल्याण में है। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि हमें इस समय धर्म, जाति और राजनीतिक विचारधाराओं से ऊपर उठकर एक राष्ट्र के रूप में एकजुट होकर खड़ा होना चाहिए। आखिरकार, उन्होंने यह सुनिश्चित करने की जरूरत को रेखांकित किया कि हमारे सुरक्षा बल अपने कर्तव्यों को सही ढंग से निभा सकें और हमें उन्हें हर तरह से समर्थन देना चाहिए।