S-400 डील के बाद भारत का अमेरिका को दूसरा झटका, ईरान से जारी रखेगा तेल कारोबार

Friday, Oct 05, 2018 - 09:01 PM (IST)

नेशनल डेस्कः भारत ने रूस से S-400 डील करने के बाद अमेरिका को एक और झटका दिया है। भारत अब अमेरिकी प्रतिबंधों के बावजूद ईरान से तेल का कारोबार जारी रखेगा। सरकारी रिफाइनर्स ने ईरान से 1.25 मिलियन टन क्रूड ऑइल खरीदने का अनुबंध किया है और डॉलर में पेमेंट्स की जगह रुपये में कारोबार करने की दिशा में कदम बढ़ाने का तैयारी कर ली है।



टॉप इंडस्ट्री के सूत्रों के मुताबिक, इंडियन ऑइल कॉर्पोरेशन और मंगलोर रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड ने नवंबर में ईरानी तेल के आयात के लिए 1.25 मिलियन टन्स का अनुबंध किया है। बता दें कि नंवबर में ही ईरान के ऑइल सेक्टर के ऊपर अमेरिकी प्रतिबंध लागू होने वाला है। भारत ने रूस के साथ S-400 डील यह दूसरा झटका होगा।



भारत ईरान से तेल कारोबार जारी रखना चाहता है। बेशक यह कम मात्रा में हो। पिछले महीने अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा था कि वॉशिंगटन प्रतिबंध पर छूट को लेकर विचार करेगा। लेकिन अगर ऐसा किया गया तो उसकी समय सीमा तय होगी। सूत्रों के मुताबिक, IOC हर महीने सामान्य मात्रा में ईरान से तेल का आयात कर रहा है। अगर बात करें वित्त वर्ष 2018-19 की, तो इस वित्त वर्ष में IOC ने 9 मिलियन टन्स ईरानी तेल आयात करने की योजान बनाई है।



वहीं, 4 नंवबर से ईरान के खिलाफ अमेरिकी प्रतिबंध लागू हो जाएंगे, जिससे पेमेंट के रास्ते बाधित हो जाएंगे। सूत्रों के अनुसार, भारत और ईरान 4 नंवबर के बाद रुपये में कारोबार करने पर विचार कर रहे हैं। ईरान कभी-कभी जब तेल बेचता है, तो उसका पेमेंट रुपये में लेता है। इस रुपये से वह दवाएं और दूसरे सामान आयात करता है। ऐसी ही कुछ व्यवस्था पर काम चल रहा है। अगले कुछ हफ्तों में पेमेंट मेकनिज्म की डीटेल सामने आ जाएगी। सूत्रों के अनुसार IOC और MRPL यूको बैंक या IDBI बैंक के जरिए ईरान को तेल का पेमेंट कर सकते हैं।  

Yaspal

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