रूस ने यूक्रेन पर रात भर किए हमले, मार गिराए 150 से अधिक ड्रोन
punjabkesari.in Sunday, Sep 01, 2024 - 02:07 PM (IST)
Moscow: रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उसकी वायु रक्षा प्रणालियों ने रात भर में 158 ड्रोन मार गिराए, जिनमें से दो ड्रोन मॉस्को शहर में और नौ मॉस्को के आसपास के क्षेत्र में नष्ट किए गए। यूक्रेन की ओर से बीती रात किए गए ड्रोन हमलों को उसकी ओर से अब तक का सबसे बड़ा ड्रोन हमला बताया जा रहा है। कुर्स्क क्षेत्र में 46 ड्रोन नष्ट किए गए, जहां यूक्रेन ने द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद से रूसी सरजमीं पर सबसे बड़े आक्रमण के तहत हाल के सप्ताहों में अपने सैनिकों को भेजा है। यूक्रेन के इन ड्रोन हमलों से अब लड़ाई अग्रिम मोर्चे से रूस की राजधानी तक भी पहुंच गई है। इस साल की शुरुआत से ही यूक्रेन ने रूसी जमीन पर हवाई हमले तेज कर दिए हैं और उसकी रिफाइनरी तथा तेल केंद्रों को निशाना बनाया है। बता दें रूस और यूक्रेन के बीच शुरू हुए युद्ध को अढ़ाई साल होने जा रहे हैं।
इस जंग में दोनों पक्षों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। इसके बावजूद जंग का अभी तक कोई भी ठोस नतीजा नहीं निकल पाया है। स्वतंत्र रूसी मीडिया आउटलेट मीडियाजोना की मानें तो इस युद्ध में अब तक 66,000 से ज्यादा रूसी सैन्यकर्मी मारे जा चुके हैं। मीडियाजोना बीबीसी रूसी सेवा के साथ मिलकर इस युद्ध में मारे गए रूसी सैनिकों की सूची तैयार कर रहा है। इस बीच यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की ने रूस के साथ युद्ध खत्म करने को लेकर एक नया प्लान बनाया है। मामले से जुड़े लोगों के मुताबिक जेलेंस्की ने रूस के साथ युद्ध समाप्त करने के उद्देश्य से भारत में एक शिखर सम्मेलन के आयोजन का प्रस्ताव रखा है।
लोगों के मुताबिक पिछले सप्ताह उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने यह प्रस्ताव रखा था, जब वह यूक्रेन की यात्रा पर गए थे। जेलेंस्की का लक्ष्य नवंबर में होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले नेताओं की दूसरी बैठक आयोजित करना है। इससे पहले जून में एक शिखर सम्मेलन हुआ था। रूस अब तक यूक्रेन की मीटिंग में शामिल नहीं हुआ है। रूस और भारत के बीच अच्छे संबंध हैं। ऐसे में यूक्रेन अगर भारत में मीटिंग कराने में कामयाब होता है तो यह जेलेंस्की के लिए बड़ी कामयाबी होगी। रिपोर्ट के मुताबिक पीएम मोदी ने अभी तक इसे लेकर सहमति नहीं दी है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने एक सवाल के जवाब में कहा, 'पीएम मोदी ने शांति प्रक्रिया में रचनात्मक भूमिका निभाने की अपनी इच्छा का संकेत दिया है।'
युद्ध खत्म करने से जुड़ी समिट की और भी सख्त जरूरत हो गई है, क्योंकि रूसी सेना यूक्रेन के पूर्वी डोनेट्स्क क्षेत्र में अपनी पकड़ मजबूत कर रही है। यूक्रेन की सेना ने इस महीने रूस के कुर्स्क इलाके में अचानक से हमला कर दिया। रूस इस हमले से यूक्रेन हिल गया। जेलेंस्की के प्रवक्ता सेरही न्याकिफोरोव ने कहा कि यूक्रेन वैश्विक दक्षिण के किसी देश में शिखर सम्मेलन आयोजित करने पर विचार कर रहा है, जिसमें विशेष तौर से भारत शामिल है। जेलेंस्की अपने 10-सूत्री शांति ब्लूप्रिंट में दुनिया का समर्थन चाहता है। इसमें रूस की जमीन से सभी रूसी सैनिकों की वापसी की मांग की गई है।