रूस ने अचानक उठाया चौंकाने वाला कदम! पाकिस्तान को लेकर जारी की सख्त चेतावनी
punjabkesari.in Friday, Apr 25, 2025 - 07:56 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हमले में मारे गए निर्दोष लोगों को लेकर देशभर में आक्रोश का माहौल है। सरकार ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए पाकिस्तान के खिलाफ कड़े रुख अपनाए हैं। ऐसे में भारत के पुराने और भरोसेमंद दोस्त रूस ने एक अहम कदम उठाया है। रूस ने साफ शब्दों में अपने नागरिकों से कहा है कि वे इस समय पाकिस्तान की यात्रा न करें। भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए पाकिस्तान में स्थित रूसी दूतावास ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल (@RusEmbPakistan) पर एक चेतावनी जारी की है। इस एडवाइजरी में रूस ने अपने सभी नागरिकों को पाकिस्तान की मौजूदा स्थिति को देखते हुए यात्रा से बचने की सलाह दी है। दूतावास ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ रही तल्खी और कुछ अधिकारियों द्वारा दिए जा रहे उकसाने वाले बयानों को देखते हुए यह जरूरी है कि रूसी नागरिक तब तक पाकिस्तान की यात्रा न करें जब तक हालात सामान्य न हो जाएं।
❗️На фоне нового витка эскалации в пакистано-индийских отношениях и воинственной риторики, звучащей из уст ряда официальных лиц, рекомендовали бы гражданам России временно воздержаться от посещения Пакистана до тех пор, пока обстановка не стабилизируется pic.twitter.com/VEXgDtBj4X
— RusEmbassy_Pakistan (@RusEmbPakistan) April 25, 2025
रूस का भारत को मिला खुला समर्थन
भारत और रूस की दोस्ती दशकों पुरानी है। चाहे अंतरराष्ट्रीय मंच हो या कठिन समय, दोनों देश एक-दूसरे के साथ खड़े नजर आते हैं। इस बार भी रूस ने भारत के प्रति अपने भरोसे और समर्थन को जाहिर करते हुए पाकिस्तान के खिलाफ सख्ती दिखाई है। रूस की ये एडवाइजरी यह संकेत देती है कि वह आतंक के खिलाफ भारत के रुख को सही मानता है और यह कदम भारत के कूटनीतिक प्रयासों को मजबूती देता है।
भारत ने निभाई थी रूस से गहरी दोस्ती
जब रूस पर यूक्रेन युद्ध को लेकर पूरी दुनिया में प्रतिबंध लगाए गए थे, उस समय भारत ने बिना किसी दबाव के रूस का साथ दिया था। पश्चिमी देशों के विरोध के बावजूद भारत ने रूस से तेल खरीदना जारी रखा और अंतरराष्ट्रीय दबाव के आगे झुका नहीं। भारत की यह नीति रूस के लिए एक मजबूत संदेश थी कि दोनों देशों की दोस्ती महज कागजी नहीं बल्कि व्यवहारिक और विश्वसनीय है। अब जब भारत आतंकी हमलों से जूझ रहा है, तब रूस का यह कदम उसी दोस्ती की गवाही देता है।
रूस की सलाह का बड़ा प्रभाव
रूस द्वारा पाकिस्तान की यात्रा न करने की सलाह सिर्फ सुरक्षा से जुड़ी चेतावनी नहीं बल्कि एक राजनीतिक संकेत भी है। यह इशारा करता है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की छवि कमजोर हो रही है और वह एक अस्थिर और असुरक्षित देश के रूप में देखा जा रहा है। साथ ही रूस का यह कदम वैश्विक समुदाय के लिए भी संकेत है कि आतंक के मुद्दे पर भारत का पक्ष मजबूत हो रहा है।
भारत ने उठाए कड़े कदम, सख्त संदेश पाकिस्तान को
भारत सरकार ने पहलगाम हमले के बाद कड़े तेवर अपनाते हुए पाकिस्तान को सख्त संदेश दिया है। रक्षा और विदेश मंत्रालय दोनों स्तरों पर रणनीतिक फैसले लिए जा रहे हैं। आतंकी नेटवर्क को जवाब देने की पूरी तैयारी है और भारत ने यह साफ कर दिया है कि आतंक को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
जनता में गुस्सा, पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग
देशभर में लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। सोशल मीडिया से लेकर सड़कों तक लोग पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। कई संगठनों ने विरोध प्रदर्शन भी किए हैं। लोगों का साफ कहना है कि अब सिर्फ बयानबाजी नहीं बल्कि ठोस कार्रवाई होनी चाहिए।