Cabinet: केदारनाथ और हेमकुंड साहिब के लिए रोप-वे प्रोजेक्ट्स को मंजूरी, कैबिनेट बैठक में लगी मुहर

punjabkesari.in Wednesday, Mar 05, 2025 - 03:51 PM (IST)

नई दिल्ली: सरकार ने उत्तराखंड में दो महत्वपूर्ण रोपवे परियोजनाओं को मंजूरी दी है। इनमें से एक परियोजना सोनप्रयाग से केदारनाथ (12.9 किमी) तक और दूसरी गोविंदघाट से हेमकुंड साहिब (12.4 किमी) तक है। इन दोनों परियोजनाओं की कुल लागत 6,811 करोड़ रुपए होगी। इन रोपवे परियोजनाओं का निर्माण 4 से 6 साल के भीतर पूरा किया जाएगा। यह घोषणा सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कैबिनेट कमेटी ऑन इकोनॉमिक अफेयर्स (CCEA) के निर्णय के बाद की।

सोनप्रयाग से केदारनाथ तक 12.9 किमी का रोपवे डिज़ाइन, बिल्ड, फाइनेंस, ऑपरेट और ट्रांसफर (DBFOT) मोड पर बनेगा, जिसकी कुल लागत 4,081.28 करोड़ रुपए है। इस परियोजना के तहत सबसे उन्नत त्रि-केबल डिटैचबल गोंडोला (3S) तकनीक का उपयोग किया जाएगा। इसमें प्रति दिशा में प्रति घंटे 1,800 यात्रियों को लाने-ले जाने की क्षमता होगी, जिससे प्रतिदिन 18,000 यात्रियों को यात्रा करवाई जा सकेगी। इस रोपवे के बनने से केदारनाथ पहुंचने का समय महज 36 मिनट रह जाएगा, जबकि फिलहाल श्रद्धालुओं को वहां पहुंचने में 8 से 9 घंटे लगते हैं।

रोपवे यात्रा को बनाएगी सुविधाजनक
केदारनाथ मंदिर तक यात्रा करने के लिए भी वर्तमान में गौरीकुंड से 16 किमी की कठिन चढ़ाई करनी पड़ती है। यह रोपवे परियोजना सोनप्रयाग से केदारनाथ तक सभी मौसमों में कनेक्टिविटी को सुनिश्चित करेगी और तीर्थयात्रियों के लिए यात्रा को सुविधाजनक बनाएगी।


रोपवे पर खर्च होंगे 2,730.13 करोड़ रुपए
गोविंदघाट से हेमकुंड साहिब तक 12.4 किमी के रोपवे का निर्माण भी DBFOT मोड पर होगा, जिसकी कुल पूंजी लागत 2,730.13 करोड़ रुपए होगी। हेमकुंड साहिब तक पहुंचने के लिए फिलहाल गोविंदघाट से 21 किमी की कठिन चढ़ाई करनी पड़ती है। यह रोपवे परियोजना हेमकुंड साहिब के तीर्थयात्रियों और फूलों की घाटी देखने आने वाले पर्यटकों के लिए सुविधा प्रदान करेगी और गोविंदघाट से हेमकुंड साहिब तक सभी मौसमों में कनेक्टिविटी सुनिश्चित करेगी।

 

 

 


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Content Editor

rajesh kumar

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