संकट के बीच राहत की खबर, महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में कम हो रही कोरोना की रफ्तार

punjabkesari.in Tuesday, May 04, 2021 - 07:52 AM (IST)

नेशनल डेस्क: देश भर में कोरोना से मची तबाही के बीच महाराष्ट्र से राहत भरी खबर सामने आई है। यहां  30 दिन की अवधि में सोमवार को पहली बार एक ही दिन में नए मामलों की संख्या 50,000 के आंकड़े से कम दर्ज की गई है। अच्छी बात यह है कि नए मामलों की तुलना में ठीक होने वालों की संख्य अध्kक रही। 

 

 संक्रमण के चक्र को तोड़ने का प्रयास जारी
वहीं  केन्द्र सरकार ने कहा कि कुछ राज्यों में कोविड-19 के दैनिक मामलों में वृद्धि जारी रहना चिंता का विषय है जबकि दिल्ली और महाराष्ट्र समेत कुछ राज्यों में दैनिक मामलों में स्थिरता के 'बहुत प्रारंभिक संकेत' मिले हैं। संक्रमण के चक्र को तोड़ने के प्रयास जारी हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने  कहा कि दिल्ली, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, पंजाब, झारखंड और उत्तर प्रदेश में कोविड-19 के दैनिक मामलों में स्थिरता के संकेत मिल रहे हैं।

 

दैनिक मामलों में वृद्धि 
केन्द्र ने  कहा कि बिहार, राजस्थान, हरियाणा, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, केरल, कर्नाटक और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में दैनिक मामलों में वृद्धि हो रही है। दिल्ली में 24 अप्रैल को संक्रमण के 25,294 मामले सामने आए थे। दो मई को यहां 24,253 मामले सामने आए। इसी तरह महाराष्ट्र में 24 अप्रैल को संक्रमण के 65,442 जबकि 20 अप्रैल को 62,417 मामले आए।

 

महाराष्ट्र में गिरावट के संकेत
महाराष्ट्र के 12 जिलों में भी पिछले 15 दिन में गिरावट के संकेत मिले हैं। सरकार ने कहा कि हालांकि, ये बहुत शुरुआती संकेत हैं और इनके आधार पर स्थिति का विश्लेषण करना जल्दबाजी होगी। जिला और राज्य स्तर पर रोकथाम के प्रयासों को जारी रखना महत्वपूर्ण है ताकि हम इस बढ़त को बरकरार रखते हुए मामलों पर लगाम लगा सकें।' उन्होंने कहा कि 12 राज्य ऐसे हैं जहां उपचाराधीन रोगियों की संख्या एक लाख से अधिक हैं।

 

इन राज्यों का यह ह हाल
इनमें महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु शामिल हैं। सात राज्यों में मरीजों की तादाद 50 हजार से एक लाख और 17 राज्यों में 50 हजार से कम है। उन्होंने कहा कि 22 राज्य ऐसे हैं जहां संक्रमण दर 15 प्रतिशत से अधिक है और नौ राज्यों में संक्रमण दर 5 से 15 प्रतिशत के बीच है और पांच राज्यों में यह पांच प्रतिशत से कम है।अग्रवाल ने कहा,'फिलहाल, सूक्ष्म-स्तर पर मामलों का विश्लेषण करना और उन क्षेत्रों में प्रयासों को जारी रखना महत्वपूर्ण है जहां से मामले सामने आए रहे हैं।'


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vasudha

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