लाल किले की सुरक्षा कितनी पक्की है? स्नाइपर्स की नजर से भी कोई परिंदा भी नहीं बच पाता, फिर चोरी कैसे हुई?
punjabkesari.in Saturday, Sep 06, 2025 - 12:17 PM (IST)

नेशनल डेस्क: दिल्ली के लाल किले से सोने और हीरे-पन्ने से जड़ा कलश चोरी हो जाना एक बड़े सवाल को जन्म देता है। यह जगह जहाँ हर पल सैकड़ों सुरक्षाकर्मी, स्नाइपर्स और हाई-टेक कैमरे लगे होते हैं, वहाँ इतनी बड़ी चोरी कैसे हो सकती है? इस घटना ने लाल किले की सुरक्षा व्यवस्था पर नई बहस छेड़ दी है।
लाल किले की सुरक्षा इतनी कड़ी क्यों?
लाल किला सिर्फ भारत का ऐतिहासिक और राष्ट्रीय धरोहर स्थल ही नहीं बल्कि यूनेस्को की विश्व धरोहर भी है। इसलिए इसकी सुरक्षा बेहद कड़ी और चौकस रहती है। यहाँ दिल्ली पुलिस के अलावा CISF, CRPF, NSG कमांडो और भारतीय सेना के जवान तैनात होते हैं। बताया जाता है कि लगभग 10 से 20 हजार सुरक्षाकर्मी लाल किले के अंदर और बाहर हर समय तैनात रहते हैं। दरवाजों पर पुलिस चौकियां, आस-पास की ऊंची इमारतों पर स्नाइपर्स, और गुप्तचर सादे कपड़ों में सुरक्षा की निगरानी करते हैं।
हाई-टेक निगरानी के जरिये सुरक्षा
लाल किले के अंदर हजारों हाई-रिजॉल्यूशन वाले CCTV कैमरे लगे हैं जो 24 घंटे लगातार निगरानी करते हैं। कई कैमरे फेशियल रिकॉग्निशन तकनीक से लैस हैं। इसके अलावा मेटल डिटेक्टर, X-रे मशीनें और हैंडहेल्ड स्कैनर से हर आने वाले की जांच होती है। लाल किले के आसपास ड्रोन उड़ाना पूरी तरह से प्रतिबंधित है। यमुना नदी में स्पीड बोट पर जवान तैनात रहते हैं। आस-पास दुकानदारों की नियमित जांच होती है और अंडर-व्हीकल सर्विलांस सिस्टम भी लगाया गया है। किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए त्वरित प्रतिक्रिया दल (QRT) और अग्निशमन टीम भी लाल किले पर मौजूद रहती है, जो तुरंत हर परिस्थिति में सक्रिय हो जाती है।
किसानों का किला में प्रवेश और सुरक्षा में सेंध
हाल ही में जब किसान कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर धरने पर बैठे थे, तब उन्होंने सुरक्षा का घेरा तोड़कर ट्रैक्टर लेकर लाल किले के अंदर तक पहुंच बनाई थी। इस घटना ने सुरक्षा को और भी पक्का करने की जरूरत दिखा दी।