Lok Sabha Election 2024 Results: ''रामायण'' के लक्ष्मण सुनील लहरी ने अयोध्या के लोगों पर जताई नाराजगी, कहा- हिंदू वह कौम है जो...
punjabkesari.in Thursday, Jun 06, 2024 - 10:14 AM (IST)
![](https://static.punjabkesari.in/multimedia/2024_6image_10_07_306937160sunil1.jpg)
नेशनल डेस्क: लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों ने पूरे देश को चौंका दिया है। एग्जिट पोल के अनुमान गलत साबित हुए और कई लोग इस परिणाम से निराश हैं। इनमें 'रामायण' के लक्ष्मण के रूप में प्रसिद्ध सुनील लहरी भी शामिल हैं। सुनील लहरी ने अयोध्या के लोगों पर निशाना साधा है जिन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को वोट नहीं दिया। सबसे बड़ा झटका उन्हें तब लगा जब उन्होंने फैजाबाद (अयोध्या) सीट के नतीजे देखे। मंगलवार (4 जून) को आए लोकसभा चुनाव परिणामों में भाजपा के लल्लू सिंह को समाजवादी पार्टी के अवधेश प्रसाद ने हरा दिया।
सुनील लहरी का गुस्सा
सुनील लहरी ने बुधवार को अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर इस परिणाम को लेकर निराशा व्यक्त की। उन्होंने अयोध्या के लोगों पर अपने राजा के साथ विश्वासघात करने का आरोप लगाया और उन्हें स्वार्थी कहा। सुनील ने हिंदी में एक नोट साझा किया जिसमें लिखा था, "हम यह भूल गए यह वही अयोध्यावासी हैं, जिन्होंने वनवास से लौटने के बाद देवी सीता पर संदेह किया था। हिंदू वह कौम है... जो ईश्वर प्रकट हो जाएं तो उन्हें भी ठुकरा दे... स्वार्थी।"
इतिहास का हवाला
सुनील लहरी ने आगे लिखा, "इतिहास गवाह है कि अयोध्यावासियों ने हमेशा अपने सच्चे राजा के साथ विश्वासघात ही किया है। धिक्कार है।" इसके साथ ही उन्होंने एक और पोस्ट साझा किया जिसमें उन्होंने लिखा, "अयोध्यावासियों आपकी महानता को सादर नमन, आपने तो जब माता सीता को नहीं छोड़ा तो राम को टेंट से निकालकर भव्य मंदिर में विराजमान करने वालों को धोखा देना कौन सी बड़ी बात है। कोटि कोटि प्रणाम आपको। पूरा भारत कभी भी आपको अच्छी नजरों से नहीं देखेगा।"
भाई राम को दी बधाई
इस नोट से साफ जाहिर होता है कि सुनील लहरी अयोध्या में भाजपा की हार से कितने नाराज हैं। हालांकि, उन्होंने 'रामायण' में राम का किरदार निभाने वाले अरुण गोविल को उनकी जीत के लिए बधाई दी। अरुण गोविल ने उत्तर प्रदेश के मेरठ से लोकसभा चुनाव लड़ा और समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार सुनीता वर्मा के खिलाफ 10,585 वोटों के अंतर से जीत हासिल की। अयोध्या की जनता का यह फैसला न केवल सुनील लहरी को बल्कि कई भाजपा समर्थकों को भी निराश कर गया है। अब देखना होगा कि इस चुनावी परिणाम का आने वाले समय में क्या असर होता है।