TV डिबेट के बाद मौतः सीने पर हाथ रख रहे थे राजीव त्यागी, बार-बार पानी पीते भी दिखे
punjabkesari.in Thursday, Aug 13, 2020 - 12:09 PM (IST)
नेशनल डेस्कः कांग्रेस नेता और प्रवक्ता राजीव त्यागी का बुधवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। गाजियाबाद में वैशाली सेक्टर-16 में अपने आवास पर एक टीवी डिबेट में भाग लेने के कुछ ही देर बाद त्यागी (52) को दिल का दौरा पड़ा और वह बेहोश हो गए। इसके बाद उन्हें गाजियाबाद के यशोदा अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने कहा कि उन्होंने संभवत: अस्पताल के रास्ते में ही दम तोड़ दिया था। त्यागी ने बुधवार दोपहर लगभग 3 बजकर 40 मिनट पर आखिरी ट्वीट किया था कि वह शाम 5 बजे एक टीवी बहस में हिस्सा लेंगे।
This is when #RajivTyagi started feeling unwell during TV Debate.#ArrestSambitPatra pic.twitter.com/DArE0DsTDV
— Ramveer Tiwari🐦 (@incramveerCong) August 13, 2020
डिबेट में भी बार-बार सीने पर हाथ रखते दिखे त्यागी
घर से ही ऑनलाइन डिबेट में शामिल होने के दौरान राजीव बार-बार अपने सीने पर हाथ रख रहे थे और पानी पी रहे थे। राजीव के घरवालों ने बताया कि जिस वक्त राजीव डिबेट में होते थे, उस वक्त उनके कमरे में कोई भी नहीं जाता था। बुधवार को भी जब वह डिबेट में चर्चा कर रहे थे, उसी वक्त साथ वाले कमरे में उनकी पत्नी संगीता और बेटा धनंजय भी टीवी पर उन्हें देख रहे थे। टीवी पर उन्हें बार-बार पानी पीते और सीने पर हाथ लगाते देख उन्हें कुछ शक हुआ। त्यागी के परिवार सदस्यों ने कहा कि डिबेट में हिस्सा लेने के बाद त्यागी ने घरेलू सहायक से चाय बनाने के लिए कहा और बिस्तर पर लेट गए, लेकिन कुछ देर बाद घरेलू सहायक उनके लिए चाय लेकर आया तो उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
राजीव के बहनोई दीपक त्यागी ने बताया कि आपात जांच के लिए नजदीकी डॉक्टर को बुलाया गया लेकिन जब सभी प्रयास नाकाम हो गए तो उन्हें यशोदा अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। त्यागी के परिवार में पत्नी और दो बेटे हैं। त्यागी के निधन से कुछ समय पहले उनके साथ टीवी डिबेट में भाग लेने वाले भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, ''विश्वास नहीं हो रहा है कि कांग्रेस के प्रवक्ता मेरे मित्र राजीव त्यागी हमारे साथ नहीं है। शाम 5 बजे हम दोनों ने साथ में टीवी डिबेट भी किया था। जीवन बहुत ही अनिश्चित है...अभी भी शब्द नहीं मिल रहे हैं। गोविंद राजीव जी को अपने श्री चरणों में स्थान देना।''