राजस्थान को PM मोदी की 43 हजार करोड़ की सौगात, साधा कांग्रेस पर निशाना
punjabkesari.in Tuesday, Jan 16, 2018 - 03:04 PM (IST)
जयपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राजस्थान के बारमेर जिले के पचपदरा में 43000 करोड़ की लागत वाली राजस्थान ऑयल रिफाइनरी का शुभारंभ किया। एचपीसीएल और राजस्थान सरकार के इस संयुक्त उद्यम से 50 हजार लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है। रिफाइनरी शुभारंभ के बाद मोदी ने वहां एक जनसभा को संबोधित किया। मोदी ने इस दौरान कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा।
-पत्थर जड़ने से लोगों को गुमराह नहीं किया जा सकता है, जब काम शुरू होता है तभी विश्वास होता है।
-जब मुझे रिफाइनरी वाले इसके बारे में बता रहे थे तो मैंने उनसे पूछा कि उद्घाटन की तारीख बताइए। पीएम बोले कि ये समय संकल्प से सिद्धि का समय है। 2022 से पहले तक रिफाइनरी का उद्घाटन होगा।
इससे पहले मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने मोदी का एयरपोर्ट पर पहुंच कर स्वागत किया। रिफाइनरी के शुभारंभ के समय वसुन्धरा राजे के अलावा राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह, केन्द्रीय पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान, कृषि और कृषक कल्याण राज्यमंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत और सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री राज्यवर्धन राठौर भी उपस्थित रहे।
The Rajasthan refinery will be the first in the state, which is blessed with immense oil and gas reserves. This refinery will benefit Rajasthan, especially the industrious youth of the state.
— Narendra Modi (@narendramodi) January 15, 2018
वहीं मोदी ने ट्वीट किया, राजस्थान के पचपदरा की यह रिफाइनरी राज्य की ऐसी पहली रिफाइनरी होगी जिससे राजस्थान के लोगों को तेल, गैस प्राप्त होगी। रिफाइनरी राज्य के मेहनती युवाओं के लिए खास तौर पर लाभदायी सिद्ध होगी।
कांग्रेस का आरोप
रिफाइनरी को लेकर राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि 2013 में इसका शिलान्यास हो चुका है तो फिर पीएम इसे दोबारा क्यों कर रहे हैं। गहलोत ने कहा कि ऐसा करके मोदी अपने पद की गरिमा को गिरा रहे हैं। भाजपा आने वाले विधानसभा चुनाव में इसका फायदा उठाना चाहती है। इस विवाद के बाद वितरित किए गए आमंत्रण पत्र में 'कार्य शुभारंभ समारोह' लिखा गया है। इस पर गहलोत ने कहा कि यह मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया सरकार का मुंह छिपाने जैसा कदम है। 2013 में विधानसभा चुनाव से पहले गहलोत सरकार ने सोनिया गांधी को बुलाकर तेल रिफाइनरी का शिलान्यास करवाया था लेकिन वसुंधरा राजे ने सत्ता में आते ही इसे घाटे का सौदा बताकर बंद कर दिया। अब 2018 में विधानसभा चुनाव है तो वसुंधरा राजे ने 16 जनवरी को फिर से शिलान्यास करने के लिए पीएम मोदी को बुलाया।
उल्लेखनीय है कि एचपीसीएल और राजस्थान सरकार के 43 हजार करोड़ रुपए की लागत वाला यह संयुक्त उद्यम से राजस्थान की पहली रिफाइनरी होगा। इस रिफाइनरी को तेल स्रोत के नजदीक स्थापित किया गया है। पेट्रोलियम मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार इस परियोजना से रोजगार के 10 हजार प्रत्यक्ष और 40 हजार अप्रत्यक्ष अवसर पैदा होंगे।