Monsoon Rain: 24-25-26-27 जुलाई तक भारी बारिश और बिजली गिरने की चेतावनी, IMD का इन जिलों में येलो अलर्ट जारी
punjabkesari.in Wednesday, Jul 23, 2025 - 01:52 PM (IST)

नेशनल डेस्क: राजस्थान के आसमान पर फिर से बादल मंडराने लगे हैं। मौसम विभाग ने एक बार फिर राज्य के कई हिस्सों के लिए चेतावनी जारी की है। आगामी दिनों में प्रदेश के कुछ जिलों में भारी बारिश, आंधी और बिजली गिरने की घटनाएं देखने को मिल सकती हैं। विभाग ने विशेष रूप से अलवर, बारां, करौली और सवाई माधोपुर जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, जहां मंगलवार को तेज बारिश, वज्रपात और तेज हवाएं चलने की संभावना जताई गई है।
इसके अलावा कोटा और भरतपुर जिलों में केवल मेघगर्जन और बिजली गिरने का अलर्ट दिया गया है। मौसम विभाग के अनुसार, 23 जुलाई को बीकानेर, जयपुर, अजमेर, उदयपुर और कोटा संभाग के कई जिलों में भी अच्छी बारिश हो सकती है। इस दौरान हल्की से मध्यम बारिश के साथ तेज गर्जना और बिजली चमकने की घटनाएं दर्ज की जा सकती हैं।
26 जुलाई से फिर एक्टिव होगा मानसून सिस्टम
हालांकि 24 और 25 जुलाई को प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में कोई विशेष चेतावनी नहीं है, लेकिन 26 जुलाई से एक बार फिर बारिश का सिलसिला तेज हो सकता है। उस दिन बारां, कोटा और सवाई माधोपुर में भारी बारिश के साथ वज्रपात और तेज हवाओं की चेतावनी दी गई है, जबकि करौली और झुंझुनूं में मेघगर्जन और बिजली गिरने की संभावना जताई गई है।
27 से 30 जुलाई तक अलर्ट मोड पर रहें ये जिले
मौसम विभाग का कहना है कि 27 जुलाई से प्रदेश के मौसम में बड़ा बदलाव आएगा। इस दौरान कोटा संभाग के जिलों में अतिभारी वर्षा का अनुमान है। वहीं भरतपुर, जयपुर और उदयपुर संभाग के कुछ क्षेत्रों में भी तेज बारिश की चेतावनी जारी की गई है। यह दौर 30 जुलाई तक जारी रह सकता है, जिससे निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बन सकती है।
कोटा और झालावाड़ में भारी बारिश से बढ़ी परेशानी
इस बीच मंगलवार को कोटा जिले के सातलखेड़ी, सांगोद और झालावाड़ के सोजपुर इलाकों में जोरदार बारिश हुई। सातलखेड़ी में दोपहर बाद झमाझम बारिश से सड़कें जलमग्न हो गईं। सांगोद में रात को बिजली गिरने के साथ तेज बारिश हुई, हालांकि कुछ देर बाद फुहारों में बदल गई। वहीं सोजपुर में शाम को आधे घंटे की तेज बारिश ने स्थानीय लोगों को उमस से राहत जरूर दी।
क्या बोले अधिकारी?
मौसम विभाग ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे अगले कुछ दिनों तक सावधानी बरतें, विशेषकर खुले क्षेत्रों में वज्रपात से बचाव के लिए मोबाइल या धातु की वस्तुएं इस्तेमाल न करें। किसान भाइयों को भी सलाह दी गई है कि वे फसलों की कटाई और भंडारण कार्यों को मौसम के अनुसार व्यवस्थित करें।