राजस्थान: DAP खाद के टोकन के लिए लाइन में खड़े किसानों पर पुलिस का लाठीचार्ज, महिलाओं को भी पीटा
punjabkesari.in Friday, Oct 10, 2025 - 11:46 PM (IST)

नेशनल डेस्क : राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के भादरा में डीएपी खाद के टोकन लेने के लिए लाइनों में खड़े किसानों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया, जिससे मौके पर हड़कंप मच गया। करवा चौथ के दिन भी बड़ी संख्या में किसान और महिलाएं सुबह से ही टोकन लेने के लिए कतार में खड़े थे। लेकिन टोकन वितरण शुरू होने से पहले ही भीड़ को नियंत्रित करने के नाम पर पुलिस ने लाठियां बरसाईं, जिससे कई किसानों को चोटें आईं और भगदड़ जैसी स्थिति बन गई।
क्या है पूरा मामला?
भादरा में शुक्रवार को डीएपी खाद वितरण के लिए टोकन दिए जाने थे। इसके लिए भारी संख्या में किसान और महिलाएं दुकान पर पहुंचे थे। करवा चौथ के बावजूद कई महिलाएं भी समय पर खाद प्राप्त करने के लिए लाइन में लगी थीं। किसानों का आरोप है कि टोकन वितरण की व्यवस्था में भारी अव्यवस्था थी। कई घंटे इंतजार के बाद भी जब टोकन नहीं मिले, तो किसानों में नाराजगी बढ़ने लगी।
इसी बीच, भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज शुरू कर दिया। इस कार्रवाई में कई किसानों को चोटें आईं और मौके पर अफरा-तफरी मच गई। किसानों का कहना है कि पहले से ही भारी बारिश के कारण उनकी फसलें बर्बाद हो चुकी हैं, और अब खाद के लिए लाइनों में धक्के खाने पड़ रहे हैं। इतना ही नहीं, उन पर लाठियां भी बरसाई जा रही हैं।
किसानों में आक्रोश
लाठीचार्ज से किसानों में भारी आक्रोश है। उनका कहना है कि डीएपी खाद के लिए हर बार उन्हें इस तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। किसान संगठनों ने चेतावनी दी है कि यदि खाद वितरण की व्यवस्था में सुधार नहीं किया गया और लाठीचार्ज के दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई नहीं हुई, तो वे आंदोलन शुरू करेंगे। फिलहाल, जिला प्रशासन ने मामले की जांच शुरू करने की बात कही है।
विपक्ष ने सरकार को घेरा
इस घटना को लेकर विपक्ष ने राज्य की बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक वीडियो साझा करते हुए लिखा, "पुलिस खाद के लिए लाइन में खड़े किसानों को अपराधियों की तरह लाठियों से पीट रही है। कुछ दिन पहले पीएम मोदी ने राजस्थान में किसानों के सम्मान और सशक्तिकरण की बात की थी, लेकिन यहां किसानों पर लाठियां बरसाई जा रही हैं।"
प्रशासन की सफाई
प्रशासन का कहना है कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। हालांकि, मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दे दिए गए हैं। किसानों ने मांग की है कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए और खाद वितरण की प्रक्रिया को पारदर्शी और व्यवस्थित किया जाए।