Rain Alert: मानूसन की भारत में एंट्री, 15 और 16 मई को मूसलधार बारिश, मेघगर्जन और वज्रपात की संभावना

punjabkesari.in Wednesday, May 14, 2025 - 07:42 AM (IST)

नेशनल डेस्क: गर्मी से जूझ रहे देशवासियों के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है- दक्षिण-पश्चिम मानसून ने 2025 में समय से पहले दस्तक दे दी है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने पुष्टि की है कि 13 मई को मानसून ने बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी हिस्से, अंडमान सागर के दक्षिणी इलाकों और निकोबार द्वीप समूह में कदम रख लिया है। यह संकेत है कि देश में वर्षा ऋतु की औपचारिक शुरुआत हो चुकी है।

IMD के अनुसार, मंगलवार को मानसून ने बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी हिस्से, अंडमान सागर के दक्षिणी क्षेत्र, निकोबार द्वीप समूह और अंडमान सागर के उत्तरी इलाकों में अपनी दस्तक दी है। अब यह अनुमान है कि मानसून 27 मई तक केरल तक पहुंच सकता है और जुलाई के पहले हफ्ते तक पूरे देश में फैल सकता है।

निकोबार द्वीप समूह में भारी बारिश
मानसून के प्रभाव से पिछले 24 घंटों में निकोबार द्वीपसमूह के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हो रही है। पिछले दो दिनों से यहां हल्की से भारी बारिश का दौर जारी है। अगले तीन से चार दिनों में दक्षिण अरब सागर, मालदीव, कोमोरिन क्षेत्र, और दक्षिण बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में मानसून की गतिविधियां तेज़ हो सकती हैं। इसके साथ ही पूरे अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह और मध्य बंगाल की खाड़ी में भी मानसून का असर बढ़ेगा।

आने वाले दिनों का मौसम कैसा रहेगा?
IMD के अनुसार, अगले कुछ दिनों में दक्षिणी और मध्य भारत के हिस्सों में मानसून की गतिविधि बढ़ने की संभावना है। विशेषकर आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु में भारी बारिश हो सकती है। इसी दौरान पूर्वोत्तर भारत में भी गरज और बिजली के साथ भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई जा रही है।

उत्तर भारत में लू की चेतावनी
14 से 19 मई के बीच उत्तर प्रदेश और 15-17 मई के बीच पश्चिमी राजस्थान में लू चलने की संभावना है। इसके अलावा, 14-15 मई को पश्चिम बंगाल और झारखंड के गंगा के मैदानी इलाकों में भी लू का असर देखा जा सकता है।

15 और 16 मई को पूरे बिहार मूसलधार बारिश
मौसम विज्ञान के अनुसार आज से 19 मई तक विशेषकर 15 और 16 मई को पूरे बिहार मूसलधार बारिश, मेघगर्जन और वज्रपात की संभावना है. इस दौरान 50 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज आंधी भी चलेगी.

भारत के विभिन्न हिस्सों में मौसम ने जबरदस्त बदलाव दिखाया है। उत्तराखंड, हरियाणा, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी मध्य प्रदेश, गंगा के मैदानी इलाकों, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, और पूर्वोत्तर भारत में तेज हवाओं का सामना किया गया। इन क्षेत्रों में हवाओं की गति 40-70 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच गई।

भारी बारिश और स्थान-विशेष मौसम
वहीं, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में बहुत भारी बारिश हुई। तमिलनाडु, रायलसीमा, उत्तर आंतरिक कर्नाटक, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह, बिहार, ओडिशा और मध्य महाराष्ट्र में भी अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश देखने को मिली।

धूल भरी आंधी का प्रकोप
पूर्वी राजस्थान के सीकर में धूल भरी आंधी का सामना किया गया, जिससे लोगों को काफी परेशानी हुई। इस दौरान हवा की गति तेज़ थी, और इसने मौसम को बेहद उमस भरा और कठिन बना दिया।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Anu Malhotra

Related News