राहुल गांधी आज करेंगे गुजरात का दौरा, आगामी चुनावों के लिए कांग्रेस की रणनीति तय करेंगे
punjabkesari.in Saturday, Jul 26, 2025 - 04:31 AM (IST)

नेशनल डेस्कः कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी शनिवार, 26 जुलाई को गुजरात के एक दिवसीय दौरे पर रहेंगे। इस दौरे का उद्देश्य न केवल पार्टी के संगठनात्मक ढांचे को सशक्त करना है, बल्कि 2026 के नगर निकाय और 2027 के विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस की रणनीतिक दिशा तय करना भी है।
राहुल गांधी इस दौरान नवनियुक्त जिला अध्यक्षों के लिए आयोजित तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन करेंगे, साथ ही सहकारिता क्षेत्र, विशेषकर दुग्ध उत्पादन और अमूल मॉडल में भ्रष्टाचार को लेकर पार्टी के रुख को स्पष्ट करेंगे।
कांग्रेस का एजेंडा: संगठन निर्माण से लेकर सहकारिता सुधार तक
गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी (GPCC) के अध्यक्ष अमित चावड़ा ने वडोदरा में मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि: “राहुल गांधी 26 जुलाई को वडोदरा एयरपोर्ट पहुंचेंगे और वहां से आणंद रवाना होंगे। आणंद के एक निजी रिसॉर्ट में चल रहे ‘संगठन सृजन अभियान’ के तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर के उद्घाटन सत्र में वे शामिल होंगे।"
यह शिविर कांग्रेस के लिए केवल प्रशिक्षण का मंच नहीं, बल्कि आगामी चुनावी रणनीति निर्धारण का केंद्र बिंदु भी होगा।
चुनावी रणनीति की तैयारी
चावड़ा ने कहा कि यह शिविर अगले ढाई वर्षों की कार्ययोजना निर्धारित करेगा, जिसमें आगामी:
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तालुका पंचायत चुनाव
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नगर निगम और नगर पालिका चुनाव
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और अंततः 2027 का विधानसभा चुनाव
को लेकर पार्टी की भूमिका और तैयारियों को लेकर विस्तार से चर्चा होगी।
उन्होंने कहा कि पार्टी संगठनात्मक स्तर पर बदलाव लाने के लिए प्रतिबद्ध है, खासकर बूथ, ब्लॉक, जिला और प्रांतीय इकाइयों के बीच समन्वय को मज़बूत करने के उद्देश्य से।
सहकारिता क्षेत्र: कांग्रेस का नया आक्रामक मुद्दा
राहुल गांधी की गुजरात यात्रा का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य है राज्य के सहकारी दुग्ध संघों में व्याप्त कथित भ्रष्टाचार और प्रशासनिक अनियमितताओं को लेकर आवाज उठाना।
GPCC प्रमुख चावड़ा ने कहा:“राज्य के सहकारी संस्थानों पर भाजपा ने सत्ता का नियंत्रण थोप दिया है। अमूल जैसे मॉडल, जिसे सरदार पटेल, त्रिभुवनदास पटेल और डॉ. कुरियन जैसे नेताओं ने स्थापित किया था, अब भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरा है।“
चावड़ा ने बताया कि राहुल गांधी दुग्ध उत्पादक संघों के प्रतिनिधियों से सीधी बातचीत करेंगे। यह संवाद दूध उत्पादकों की समस्याओं और शिकायतों को समझने और एक राजनीतिक अभियान के रूप में आगे बढ़ाने की दिशा में पहला कदम होगा।
साबर डेयरी विवाद और अशोक चौधरी की मौत पर कांग्रेस आक्रामक
चावड़ा ने हाल ही में साबर डेयरी से जुड़े विरोध प्रदर्शनों का हवाला देते हुए कहा कि: “14 जुलाई को एक आंदोलन के दौरान किसान अशोक चौधरी की मृत्यु हो गई थी। यह घटना दर्शाती है कि सहकारिता की पूरी व्यवस्था में गंभीर दोष और राजनीतिक दखल है। कांग्रेस इन मुद्दों पर जनता के साथ मिलकर आंदोलन चलाएगी।”
राहुल गांधी का शेड्यूल: संवाद और संगठनात्मक चर्चा
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सुबह 10 बजे: राहुल गांधी वडोदरा पहुंचेंगे
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दोपहर: आणंद में प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन सत्र और नेताओं को संबोधन
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दोपहर बाद: दुग्ध संघों के सदस्यों और सहकारी क्षेत्र के प्रतिनिधियों से बातचीत
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शाम 6 बजे: गुजरात से रवाना
कांग्रेस नेताओं के मुताबिक, राहुल गांधी इस दौरान लगभग चार से छह घंटे तक राज्य में रहेंगे और नीतिगत दिशा-निर्देशों, चुनावी रणनीतियों और सहकारी आंदोलन के भविष्य पर चर्चा करेंगे।
भाजपा सरकार पर सीधा हमला
अमित चावड़ा ने मौजूदा भाजपा सरकार पर सीधा निशाना साधते हुए कहा: “आज गुजरात युवाओं की बेरोज़गारी, महिलाओं की असुरक्षा, व्यापारियों की समस्याएं और सरकारी भ्रष्टाचार जैसी गंभीर समस्याओं से जूझ रहा है। पुल गिर रहे हैं, लोग मर रहे हैं, और प्रशासन मौन है।”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब इन मुद्दों पर मौन नहीं रहेगी, बल्कि जनआंदोलन और जमीनी अभियान के ज़रिए भाजपा सरकार को जवाबदेह बनाएगी।
राजनीतिक संदेश और भविष्य की दिशा
राहुल गांधी की यह यात्रा संकेत देती है कि कांग्रेस अब गुजरात में मूलभूत आर्थिक और सामाजिक मुद्दों को लेकर आक्रामक अभियान चलाने की तैयारी में है। सहकारिता, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार जैसे विषयों को स्थानीय और राज्य चुनावों की मुख्य धारा में लाने का प्रयास किया जा रहा है।