रायबरेली के 6 गांवों में बने 20 हजार फर्जी जन्म प्रमाण पत्र, 10 गिरफ्तार

punjabkesari.in Sunday, Aug 04, 2024 - 01:28 PM (IST)

नेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले के सलोन ब्लॉक के 6 गांवों में करीब 20 हजार लोगों को फर्जी जन्म प्रमाण पत्र जारी करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने अब तक इस मामले में 10 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से चार रायबरेली के ही हैं।
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सोशल मीडिया ग्रुप्स से जुड़े हुए थे सभी आरोपी
पुलिस ने शनिवार को UP के विभिन्न हिस्सों से गोविंद केसरी, आकाश, सलमान अली, संजीव सिंह, वैभव उपाध्याय और शाहनवाज नाम के लोगों को गिरफ्तार किया। यह लोग सोशल मीडिया ग्रुप्स से जुड़े हुए थे और फर्जी जन्म प्रमाण पत्र जारी करने का गिरोह चला रहे थे। आरोप है कि ये फर्जी जन्म प्रमाण पत्र अवैध रूप से देश में घुसपैठ करने वाले रोहिंग्या और बंगलादेशी लोगों को जारी किए गए। ये प्रमाण पत्र गांव के विकास अधिकारी के डिजिटल हस्ताक्षर से निजी जन सुविधा केंद्रों द्वारा ऑनलाइन जारी किए गए थे। पहले ही चार लोग इस मामले में गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
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क्या कहती है पुलिस?
रायबरेली के एसपी अभिषेक अग्रवाल ने बताया कि यूपी एटीएस की टीम वाराणसी, प्रयागराज, गोरखपुर, बहराइच और कानपुर में जांच कर रही है। रैकेट से जुड़े छह आरोपियों से पूछताछ के बाद पुलिस ने उनकी जानकारी प्राप्त की है। आरोपियों के पास से टैबलेट, लैपटॉप, मोबाइल फोन, डेबिट और क्रेडिट कार्ड मिले हैं।
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सरकारी दस्तावेज बनाने में किया जा रहा फर्जी आईडी का इस्तेमाल
इसके अलावा, प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के एक सदस्य की भी गिरफ्तारी हुई है। उसके पास से मिले दस्तावेज रायबरेली के पते पर बने थे। जांच में पता चला कि पलाही गांव के जन सुविधा केंद्र से ये दस्तावेज जारी किए गए थे। PFI के सदस्य ने यह स्वीकार किया कि केरल, महाराष्ट्र और गुजरात में भी उसके कई साथियों के जन्म प्रमाण पत्र रायबरेली से बनवाए गए हैं। एडीजी कानून-व्यवस्था अमिताभ के अनुसार, फर्जी आईडी का इस्तेमाल सरकारी दस्तावेज बनाने में किया जा रहा है।


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Content Editor

Harman Kaur

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