Radhika Yadav Murder case: राधिका का iPhone पुलिस के हाथ लगा, लॉक हटते ही खुल सकते हैं कई राज
punjabkesari.in Monday, Jul 14, 2025 - 11:12 AM (IST)

नेशनल डेस्क: हरियाणा के गुरुग्राम में हुई टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की हत्या अब एक नए मोड़ पर पहुंच गई है। मामले की जांच कर रही पुलिस को अब एक अहम सबूत हाथ लगा है राधिका का iPhone। माना जा रहा है कि इस फोन में वो तमाम सुराग छिपे हैं, जो राधिका की हत्या की गुत्थी को सुलझाने में मदद कर सकते हैं। गुरुग्राम पुलिस ने राधिका के iPhone को DITECH (Department of Information Technology, Electronics & Communication, Haryana) को सौंपा है। यहां तकनीकी विशेषज्ञ फोन को अनलॉक करेंगे और उसमें से डिलीट किया गया डेटा भी निकालने की कोशिश करेंगे। फोन में मौजूद कॉल रिकॉर्ड्स, चैट हिस्ट्री, सोशल मीडिया डेटा, लोकेशन हिस्ट्री और ब्राउज़िंग डिटेल्स जैसे कई महत्वपूर्ण सुराग मिल सकते हैं। यह जानना जरूरी है कि राधिका आखिर किससे बात करती थी, किससे परेशान थी और क्या उसके मन में कोई डर या दबाव था।
iPhone का पासवर्ड परिवार को भी नहीं था पता
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, राधिका ने अपना फोन पूरी तरह से प्राइवेट रखा हुआ था। उसका पासवर्ड उसके परिवार वालों को भी नहीं पता था। ऐसे में पुलिस को उम्मीद है कि टेक्निकल टीम की मदद से फोन को अनलॉक कर अहम जानकारी सामने लाई जा सकेगी।
सोशल मीडिया पर भी जांच तेज
पुलिस सिर्फ फोन ही नहीं, बल्कि राधिका की सोशल मीडिया एक्टिविटी की भी गहराई से जांच कर रही है। यह देखा जा रहा है कि राधिका के कितने सोशल मीडिया अकाउंट थे और वह किन प्लेटफॉर्म्स पर एक्टिव थी। राधिका की एक इंस्टाग्राम प्रोफाइल की भी जांच हो रही है, जो उसकी एक दोस्त के जरिए सामने आई थी। पुलिस जानना चाहती है कि क्या उस प्रोफाइल के जरिए किसी से संपर्क किया गया था या कोई संदिग्ध बातचीत हुई थी।
दोस्तों के बयान से खुलेगी कहानी?
पुलिस अब राधिका के करीबी दोस्तों से पूछताछ करने की तैयारी में है। उनके बयान दर्ज किए जाएंगे, ताकि राधिका की पर्सनल लाइफ की पूरी तस्वीर सामने आ सके। यह देखा जाएगा कि क्या राधिका किसी तनाव या दबाव में थी, और अगर थी तो उसकी वजह क्या थी।
स्क्रीनशॉट्स में छिपा दर्द, लेकिन संदर्भ जरूरी
राधिका के कुछ स्क्रीनशॉट्स सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिनमें वह 'बंदिशों में जीने' और 'आजादी की तलाश' की बातें करती नजर आ रही है। इन बातों को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। हालांकि पुलिस का कहना है कि यह केवल एक पक्ष है। जब तक फोन का पूरा डेटा सामने नहीं आ जाता, तब तक किसी नतीजे पर पहुंचना जल्दबाजी होगी।