राष्ट्रपति भवन में पुतिन का नहीं हुआ औपचारिक स्वागत, वजह है बेहद खास
Friday, Oct 05, 2018 - 11:49 PM (IST)
नेशनल डेस्कः भारत दौरे पर आए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन शुक्रवार की शाम मॉस्को के लिए रवाना हो गए। इस दौरान उनका राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत नहीं किया गया। इसके पीछे की वजह भी बेहद दिलचस्प है। दरअसल, पुतिन अपने वयस्त कार्यक्रम में पीएम मोदी के साथ चर्चा के लिए अधिक समय चाहते थे। इसलिए उन्होंने सरकारी आयोजनों से बचने का तरीका अपनाया।
सूत्रों की मानें तो रूस ने भारत से अनुरोध किया था कि पुतिन के दौरे को जितना “अनौपचारिक” रखा जाए। रूस के आग्रह पर भारत ने प्रोटोकॉल से अलग हटकर राष्ट्रपति पुतिन के लिए रिसेप्शन नहीं दिया। इसलिए उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ चर्चा के लिए अधिक समय मिल सका।
रूसी राष्ट्रपति के पैक्ड शेड्यूल के बावजूद पीएम मोदी ने गुरुवार की रात अपने आवास 7 लोक कल्याण मार्ग पर उनके लिए डिनर रखा और तमाम मसलों पर पूरे तीन घंटे वन-टू-वन चर्चा की। सूत्रों के मुताबिक, यात्रा को अनौपचारिक बनाना दोनों नेताओं के बीच गर्मजोशी और सजह संबंधों को दर्शाता है। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुतिन को वो वीडियो भी दिखाया, कि कैसे महात्मा गांधी की जयंती पर पूरे विश्व ने “वैष्णव जन” गाना गाया।
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— Raveesh Kumar (@MEAIndia) October 5, 2018
PM @narendramodi showing the rendition of 'Vaishnav Jan To' bhajan by Russian artist @SatiKazanova to President Putin during the lunch hosted in honour of the Russian leader in New Delhi. pic.twitter.com/fjoLKRKbYt
दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय कारोबार को मजबूत करने पर भी चर्चा की। राष्ट्रपति पुतिन ने जोर देकर कहा कि भारत और रूस के नागरिक विमान सेक्टर और रिवर क्राफ्ट इंडस्ट्री पर गौर करना चाहिए, जिससे अंतर्देशीय जलमार्ग की जरूरतों को पूरा किया जा सके। पीएम मोदी ने उम्मीद जताई कि भारतीय दवाओं और आईटी सेक्टर के लिए रूस के बाजार और खोले जाएंगे। बता दें कि पुतिन के इस दौरे के दौरान अमेरिका की धमकियों के बावजूद बहुचर्चित S-400 मिसाइल डिफेंस प्रणाली डील भी साइन की।
पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के बीच तेल के बढ़ते दामों पर भी बात की। इस दौरान पुतिन ने बताया कि कैसे रूस अपना तेल उत्पादन बढ़ा रहा है। पुतिन ने स्पेस में भारत के मानव मिशन में सहयोग करने का भी आश्वासन दिया। प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि डिफेंस सेक्टर में भारत और रूस को खरीददार और विक्रेता के संबंध से आगे बढ़ते हुए “मेक इन इंडिया” प्रोग्राम के तहत सह-निर्माता के स्तर पहुंचना चाहिए। दोनों नेताओं ने बिना पाकिस्तान का नाम लिए सीमा पार आतंकवाद पर भी चर्चा की। सूत्रों ने बताया है कि राष्ट्रपति पुतिन ने मोदी के साथ जीएसटी पर भी चर्चा की। इस दौरान उन्होंने बताया कि उन्होंने देश में किस तरह जीएसटी को लागू किया। माना जा रहा है कि पुतिन भी रूस में इसे शुरू करना चाहते हैं।