Navjot Singh Sidhu Resigns: जब सब कुछ मन का... तो फिर क्यों दिया सिद्धू ने इस्तीफा
punjabkesari.in Tuesday, Sep 28, 2021 - 05:53 PM (IST)
नेशनल डेस्क: क्रिकेट हो या राजनीति, बगावत करने का नवजोत सिंह सिद्धू का पुराना इतिहास रहा है। मंगलवार को भी कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देकर उन्होंने सबको हैरान कर दिया। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र में सिद्धू ने कहा है कि वह पार्टी की सेवा करना जारी रखेंगे। उन्होंने पत्र में लिखा, ‘‘किसी भी व्यक्ति के व्यक्तित्व में गिरावट समझौते से शुरू होती है, मैं पंजाब के भविष्य और पंजाब के कल्याण के एजेंडे को लेकर कोई समझौता नहीं कर सकता हूं।'' सिद्धू ने इसी साल जुलाई में पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष का पद संभाला था। वहीं अब बड़ा सवाल यह उठता है कि जब सब कुछ तो मन का हुआ, फिर किस कारण सिद्धू ने इस्तीफा दिया।
सिद्धू का इस्तीफा हैरान करने वाला
नवजोत सिंह सिद्धू की जिद पर कैप्टन अमरिंदर सिंह को कुर्सी छोड़नी पड़ी। उन्हीं के कैंप के चरणजीत सिंह चन्नी मुख्यमंत्री बने। अपने चहेतों को मंत्री पद मिला। इन सबके बीच सिद्धू का इस्तीफा अप्रत्याशित तो है ही, अगले साल होने वाले पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के लिए झटका भी माना जा रहा है। जब सबकुछ मनमाफिक चल रहा था, तब सिद्धू का पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना किसी के भी गले नहीं उतर रहा। सभी के मन में एक ही सवाल है आखिक सिद्धू ने क्यों इस्तीफा दिया। वहीं राजनीति गलियारो में यह चर्चा है कि कुछ अहम नियुक्तियों को लेकर उनके मुख्यमंत्री चन्नी से मतभेद थे। अब असल वजह तो सिद्धू ही बता पाएंगे कि उन्होंने आखिर अचानक इतना बड़ा फैसला क्यों लिया।
सिद्धू पर कैप्टन का तंज... मैने तो पहले ही कहा था
हमने तो पहले ही कहा था ...... यह टिप्पणी रही कांग्रेस के नेता और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की पंजाब प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष पद से नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे पर। कैप्टन सिंह ने अपने लिए लम्बे समय से राजनीतिक सिरदर्द बने अपने पुराने मंत्रिमंडलीय सहयोगी सिद्धू के इस्तीफे पर ट्वीट किया,‘‘मैंने पहले ही आप से कहा था.....वह (सिद्धू) स्थिर आदमी नहीं है और वह सीमावर्ती पंजाब प्रदेश के लिए ठीक नहीं है।''
जगजाहिर है सिद्धू और कैप्टन का विवाद
गौरतलब है कि सिद्धू कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार में मंत्री रहे थे, पर मतभेदों के कारण उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। बाद में दोनों के मतभेद खुल कर सामने आ गए और दोनों एक-दूसरे के खिलाफ सार्वजनिक रूप से टिप्पणी करने में नहीं झिझकते थे। सिद्धू के साथ खींचतान के बीच ‘अपमानित' कैप्टन ने अंतत: पिछले दिनों पद से इस्तीफा दे दिया। अपने इस्तीफे के समय भी कैप्टन ने कहा था कि पंजाब जैसे सीमावर्ती प्रदेश के लिए सिद्धू जैसे व्यक्ति ठीक नहीं है। कैप्टन अमरिंदर आज चंडीगढ़ से दिल्ली आ चुके हैं। चर्चा है कि यहां भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेताओं के साथ उनकी मुलाकात हो सकती है। कैप्टन ने दिल्ली रवाना होने से पहले चंडीगढ़ में संवाददाताओं के साथ बातचीत में भाजपा से संपर्क के बारे में सवालों पर कहा, ‘‘ यह सब कोरी अटकालबाजियां हैं। ऐसा कुछ नहीं है।'' उन्होंने कहा कि वह दिल्ली में कपूरथला हाउस में अपना कुछ सामान उठाने जा रहे हैं।