2029 में मोदी के बाद कौन? जनता ने चुना अगला प्रधानमंत्री! UPUK सर्वे में योगी आदित्यनाथ के बाद ये दो नाम भी टाॅप पर

punjabkesari.in Saturday, Oct 11, 2025 - 12:17 PM (IST)

नेशनल डेस्क:  2029 में यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पद छोड़ते हैं, तो देश की जनता किसे अगला प्रधानमंत्री देखना चाहती है? इसी सवाल का जवाब जानने के लिए UPUK द्वारा हाल ही में कराए गए सर्वे में चौंकाने वाले नतीजे सामने आए हैं। यह सर्वे 1 जुलाई से 14 अगस्त 2025 के बीच कराया गया था, जिसमें देशभर से बड़ी संख्या में लोगों ने अपनी राय दी।

मोदी के बाद कौन? सर्वे में पूछे गए थे तीन नाम
योगी आदित्यनाथ
अमित शाह
नितिन गडकरी
लोगों से पूछा गया कि यदि नरेंद्र मोदी 2029 के बाद प्रधानमंत्री न रहें, तो उनके उत्तराधिकारी के तौर पर वे किसे देखना चाहेंगे। नतीजे ने राजनीतिक विश्लेषकों को भी चौंका दिया।

84% लोगों की पहली पसंद: योगी आदित्यनाथ
इस सवाल का जवाब बेहद स्पष्ट था। 84 प्रतिशत प्रतिभागियों ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मोदी के स्वाभाविक उत्तराधिकारी के रूप में देखा।
सख्त प्रशासनिक रवैया, तेज फैसले, और कट्टर हिंदुत्व की छवि—योगी को मोदी के सबसे करीबी राजनीतिक "प्रोजेक्शन" के रूप में देखा जा रहा है।
लोगों का मानना है कि योगी वह कड़ा नेतृत्व दे सकते हैं, जिसकी मोदी युग के बाद देश को ज़रूरत होगी।

12% ने चुना अमित शाह को
गृह मंत्री अमित शाह, जो अक्सर मोदी के सबसे करीबी और रणनीतिक सहयोगी माने जाते हैं, इस रेस में दूसरे स्थान पर रहे।
12% लोगों का मानना है कि अमित शाह में वह रणनीतिक कौशल और संगठनात्मक पकड़ है, जो देश के सर्वोच्च पद के लिए जरूरी है।
हालांकि, योगी के मुकाबले यह आंकड़ा काफी कम है, जो ये संकेत देता है कि मोदी के करिश्मे को जनता योगी में ज्यादा देखती है।

गडकरी तीसरे पायदान पर
सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, जिनकी पहचान एक साफ-सुथरे और विकास पर फोकस्ड नेता के रूप में है, सर्वे में 4 प्रतिशत समर्थन ही जुटा पाए।
हालांकि, गडकरी की कार्यशैली को लेकर जनता में सकारात्मक राय है, लेकिन प्रधानमंत्री पद के लिए उन्हें व्यापक जनसमर्थन नहीं मिला।

 मोदी का जादू अब भी बरकरार
सबसे दिलचस्प पहलू यह है कि 52% लोगों का मानना है कि मोदी को 2029 के बाद भी प्रधानमंत्री बने रहना चाहिए।
यानी, मोदी के उत्तराधिकारी पर राय देने के बावजूद आधे से ज्यादा देशवासी अब भी चाहते हैं कि मोदी ही देश का नेतृत्व करें।

 क्या कहता है यह डेटा?
भाजपा के भीतर नेतृत्व की बहस अब धीरे-धीरे सतह पर आ रही है। योगी आदित्यनाथ का समर्थन बताता है कि एक मजबूत, हिंदुत्व-आधारित और निर्णायक नेतृत्व को जनता 2029 के बाद भी प्राथमिकता देती है। अमित शाह और गडकरी जैसे नाम भले ही प्रभावशाली हों, लेकिन जनता के मानस में उनकी छवि मोदी के बाद की कुर्सी के लिए उतनी मजबूत नहीं दिखती।


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Content Writer

Anu Malhotra

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