'प्रधानमंत्री मोदी ने मुझे भ्रष्ट साबित करने की साजिश रची', अरविंद केजरीवाल का बड़ा आरोप
punjabkesari.in Sunday, Sep 22, 2024 - 12:55 PM (IST)
नेशनल डेस्क: आम आदमी पार्टी के प्रमुख और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। रविवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर आयोजित 'जनता की अदालत' कार्यक्रम में केजरीवाल ने कहा कि पीएम मोदी ने उन्हें और आप नेता मनीष सिसोदिया को भ्रष्ट साबित करने की साजिश रची है। केजरीवाल ने आरएसएस से पूछा कि क्या वह केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर राजनीतिक दलों को तोड़ने, विपक्षी दलों की सरकारें गिराने और “भ्रष्ट” नेताओं को अपने पाले में करने की भाजपा की राजनीति से सहमत है।
साजिश और छवि खराब करने का आरोप
केजरीवाल का कहना है कि प्रधानमंत्री ने उनकी और सिसोदिया की छवि को खराब करने के लिए षड्यंत्र रचा। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री ने हमारे खिलाफ साजिश की, हमें भ्रष्ट दिखाने की कोशिश की और जनता के सामने गलत साबित करने की योजना बनाई।" दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद जंतर-मंतर पर अपनी पहली सार्वजनिक रैली ‘जनता की अदालत' में केजरीवाल ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत से पांच सवाल पूछे, जिनमें एक सवाल यह भी था कि क्या सेवानिवृत्ति की आयु से संबंधित भाजपा का नियम मोदी पर भी लागू होता है, जैसा कि लालकृष्ण आडवाणी पर लागू हुआ था।
उन्होंने भागवत से पूछा कि क्या वह राजनीतिक नेताओं को ‘‘भ्रष्ट'' कहने और फिर उन्हें अपने पाले में शामिल करने की भाजपा की राजनीति से सहमत हैं। केजरीवाल ने एक अन्य सवाल में भागवत से पूछा कि जब भाजपा प्रमुख जे.पी. नड्डा ने कहा कि उनकी पार्टी को अपने वैचारिक मार्गदर्शक आरएसएस की जरूरत नहीं है तो उन्हें कैसा लगा।
मुख्यमंत्री पद छोड़ने की वजह बताई
आबकारी नीति मामले में पांच महीने से अधिक समय तक जेल में रहने के बाद 13 सितंबर को तिहाड़ जेल से जमानत पर रिहा हुए केजरीवाल ने कहा कि वह देश की सेवा के लिए राजनीति में आए हैं, न कि किसी सत्ता या पद के लालच में। पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उन्होंने अपने खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के आरोपों से आहत होकर इस्तीफा दिया है। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में उन्होंने पैसा नहीं, बल्कि केवल सम्मान कमाया है।
आगामी चुनाव उनके लिए अग्नि परीक्षा
केजरीवाल ने कहा कि आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव उनके लिए अग्नि परीक्षा है और अगर लोग सोचते हैं कि वह बेईमान हैं तो उन्हें वोट न दें। आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख ने कहा कि वह ‘श्राद्ध' अवधि के बाद नवरात्रि के दौरान मुख्यमंत्री का आधिकारिक आवास छोड़ देंगे और उन लोगों के बीच रहेंगे, जो उन्हें आवास की पेशकश कर रहे हैं।