''ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सेना को दो दिन और मिलने चाहिए थे'' : जनसुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर
punjabkesari.in Sunday, Jun 01, 2025 - 01:32 PM (IST)

नेशनल डेस्क : जनसुराज पार्टी के संस्थापक और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने हाल ही में हुए ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान के साथ हुए सीजफायर को लेकर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि जब भारत सेना पाकिस्तान को हरा रही थी, तब फिर अचानक सीजफायर क्यों किया गया? उनका मानना है कि सेना को इस ऑपरेशन के लिए कम से कम दो दिन और मिलने चाहिए थे ताकि पाकिस्तान को और कड़ा जवाब दिया जा सकता।
विदेश मंत्री के बयान पर प्रशांत किशोर का प्रतिक्रिया
प्रशांत किशोर ने भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर के बयान का जिक्र किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि सीजफायर पाकिस्तान की ओर से की गई पहल थी। प्रशांत किशोर ने कहा, 'अगर पाकिस्तान सीजफायर चाहता था, तो इसका मतलब था कि भारतीय सेना सही दिशा में आगे बढ़ रही थी। ऐसे में हमें पाकिस्तान की मांग पर क्यों राज़ी होना पड़ा?'
सेना को दो दिन और मिलने चाहिए थे
प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सेना को दो दिन और मिल जाने से पाकिस्तान को और बड़ा नुकसान पहुंचाया जा सकता था। उन्होंने कहा, 'जब पाकिस्तान सीजफायर की भीख मांग रहा था, मतलब वह बैकफुट पर था। ऐसे में अचानक सीजफायर क्यों किया गया? ये साफ है कि पाकिस्तान जो कह रहा है वह सही नहीं है।'
पाकिस्तान को कड़ा सबक देना चाहिए था
प्रशांत किशोर ने यह भी कहा कि भारतीय सेना और जनता दोनों ही पाकिस्तान को सबक सिखाने के पक्ष में थे। उन्होंने बताया कि सरकार ने पहले ही देश में सायरन बजाकर मॉक ड्रिल कर तैयारियां कर ली थीं। ऐसे में सेना को अपना अभियान जारी रखना चाहिए था और पाकिस्तान को कड़ा संदेश देना चाहिए था।
"हमें ट्रंप पर भरोसा करने की जरूरत नहीं, हमें अपने देश के विदेश मंत्री पर भरोसा है'' - प्रशांत किशोर
प्रशांत किशोर ने कहा कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर कराने का श्रेय लिया था, शायद वे किसी शांति पुरस्कार की उम्मीद कर रहे थे। उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्हें अपने विदेश मंत्री एस जयशंकर पर भरोसा है, न कि ट्रंप पर।
ऑपरेशन सिंदूर और पाकिस्तान की हार
6-7 मई की रात, भारत ने कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था। इस ऑपरेशन में भारतीय सेना ने पाकिस्तान की सीमा में घुसकर आतंकी ठिकानों को तबाह किया था।
- इस ऑपरेशन में 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया।
- 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए।
- पाकिस्तान की 11 एयरबेस तबाह हो गईं।
- लाहौर में स्थित पाकिस्तान का एयर डिफेंस सिस्टम भी नष्ट हो गया।
पाकिस्तानी सेना इस हमले का जवाब देने की कोशिश कर रही थी, लेकिन भारतीय सेना की ताकत के सामने उसकी हर कोशिश नाकाम रही। इसके बाद पाकिस्तान के डीजीएमओ ने भारतीय डीजीएमओ को फोन कर सीजफायर की गुहार लगाई थी।