प्रज्वल रेवन्ना की बढ़ेंगी मुश्किलें, SIT ने फाइल की 2 हजार पन्नों की चार्जशीट, 150 गवाहों के दर्ज किए बयान

punjabkesari.in Saturday, Aug 24, 2024 - 08:52 PM (IST)

नेशनल डेस्क : प्रज्वल रेवन्ना मामले में विशेष जांच दल (SIT) ने 2,000 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की है, जिसमें लगभग 150 गवाहों के बयान शामिल हैं। आरोपपत्र दाखिल करने से पहले एसआईटी ने विशेषज्ञ की राय भी ली थी। पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ दुष्कर्म के आरोप और उनके पिता, विधायक एच डी रेवन्ना के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप में यह आरोपपत्र दाखिल किया गया है।

चार्जशीट में 150 गवाहों के बयान दर्ज
SIT ने प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ चार मामलों की जांच की है। आरोपपत्र में 2,000 से अधिक पृष्ठों पर करीब 150 गवाहों के बयान दर्ज हैं। इसमें रेवन्ना परिवार की एक घरेलू सहायिका के कथित यौन शोषण से संबंधित आरोप भी शामिल हैं। आरोपपत्र में घटनास्थल की जांच, जैविक, भौतिक, वैज्ञानिक, मोबाइल, डिजिटल और अन्य प्रासंगिक साक्ष्यों को भी संलग्न किया गया है। यह आरोपपत्र एक विशेष अदालत में प्रस्तुत किया गया है, जिसमें पूरे मामले से जुड़े महत्वपूर्ण साक्ष्य और गवाहों के बयान संकलित किए गए हैं।

आरोपपत्र दाखिल करने से पहले विशेषज्ञों की सलाह ली...
SIT ने आरोपपत्र दाखिल करने से पहले विशेषज्ञों की सलाह ली थी। पूर्व प्रधानमंत्री और जनता दल (सेक्यूलर) के प्रमुख एच डी देवेगौड़ा के बेटे और विधायक एच डी रेवन्ना पर भारतीय दंड संहिता की धारा 354 और 354(ए) के तहत आरोप लगाए गए हैं। वहीं, उनके 33 वर्षीय बेटे प्रज्वल रेवन्ना पर भारतीय दंड संहिता की धारा 376, 376(2)(के), 354, 354(ए) और 354(बी) के तहत आरोप हैं।

पहली शिकायत एक घरेलू सहायिका ने दर्ज कराई
आपको बता दें कि पिता-पुत्र के खिलाफ पहली शिकायत एक घरेलू सहायिका ने दर्ज कराई थी, जो उनके आवास पर काम करती थी और विधायक एच डी रेवन्ना की पत्नी भवानी की रिश्तेदार भी है। इस शिकायत पर आधारित दुष्कर्म और यौन उत्पीड़न के आरोप की जांच अब विशेष जांच दल द्वारा की जा रही है।

घरेलू सहायिका का कई बार यौन उत्पीड़न किया गया 
वहीं इस मामले पर घरेलू सहायिका ने आरोप लगाया कि उसका कई बार यौन उत्पीड़न किया गया। हालांकि, प्रज्वल रेवन्ना ने हाल ही में हासन सीट से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार के रूप में लोकसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान से पहले सोशल मीडिया पर कई अश्लील वीडियो सामने आए थे, जिनमें प्रज्वल को विभिन्न महिलाओं का यौन शोषण करते हुए देखा गया था।

इस गंभीर मामले के उजागर होने के बाद, कर्नाटक राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष नागलक्ष्मी चौधरी ने त्वरित जांच की मांग की और कांग्रेस सरकार को इस संबंध में पत्र लिखा। उनके पत्र के आधार पर सरकार ने मामले की जांच के आदेश दिए, जिसके बाद एसआईटी द्वारा इस मुद्दे की गहन जांच की जा रही है।

 

 

 

 


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Content Editor

Utsav Singh

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