पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुला रूह कंपा देने वाला सच...ब्रेन डैमेज, शरीर पर 44 गंभीर चोटों के निशान, पुलिस हिरासत में यमदूत की तरह दी मौत
punjabkesari.in Friday, Jul 04, 2025 - 12:24 PM (IST)

नेशनल डेस्क: तमिलनाडु में कथित पुलिस हिरासत में हुई मौत के मामले में चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं। अजीत कुमार की पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने इस मौत को लेकर कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, अजीत कुमार के शरीर पर गहरी और व्यापक चोटों के निशान मिले हैं, जो मामूली मारपीट नहीं, बल्कि लंबे समय तक की गई बर्बर पिटाई और शारीरिक यातना की ओर इशारा करते हैं।
44 जगहों पर गंभीर चोटें, आंतरिक अंगों में खून बहाव
पोस्टमार्टम में कुल 44 अलग-अलग चोटों का उल्लेख किया गया है, जिनमें कई मांसपेशियों की गहराई तक फैली हुई थीं। रिपोर्ट में यह भी स्पष्ट किया गया है कि अजीत के मस्तिष्क और अन्य आंतरिक अंगों — जैसे दिल, जिगर और पेट की दीवार — में खून बहने के निशान मिले हैं। ये चोटें किसी दुर्घटना या साधारण मारपीट से नहीं, बल्कि गंभीर और बार-बार किए गए हमलों का नतीजा हैं।
सिर पर घातक हमले, मस्तिष्क में अंदरूनी खून बहाव
रिपोर्ट के अनुसार, अजीत के सिर पर कई बार जोरदार प्रहार किए गए। सिर की त्वचा के नीचे सूजन और खून का जमाव (सबस्कैल्प कंटूज़न), खोपड़ी पर गहरे नीले-काले धब्बे (इक्काइमोसिस) और दोनों सेरीब्रल लोब्स में खून बहाव पाया गया — जो दर्शाता है कि मस्तिष्क को गंभीर क्षति पहुंची थी। ये सभी संकेत किसी भारी वस्तु से सिर पर बार-बार किए गए प्रहारों की ओर इशारा करते हैं।
चोटों का पैटर्न: डंडे, रॉड या लाठी से हुई पिटाई के संकेत
शरीर पर पाई गई चोटों में कई सीधी, लंबी और एक-दूसरे के ऊपर पड़ती हुई रेखाएं थीं — कुछ चोटों की लंबाई 28 सेंटीमीटर तक पाई गई। ये चोटें लाठी या डंडे जैसी कठोर, लकीरदार वस्तु से बार-बार किए गए हमलों से मेल खाती हैं। इसके अलावा, कई चोटें पीठ, जांघों, नितंबों और यहां तक कि पैरों के तलवों पर भी पाई गईं — ये वो जगहें हैं जो आम तौर पर दिखाई नहीं देतीं, जिससे अंदाज़ा लगाया जा रहा है कि पीड़ित को ऐसे स्थानों पर जानबूझकर मारा गया।
अंदरूनी अंगों में पिटाई के निशान और यातना की पुष्टि
हृदय, जिगर और पेट की आंतरिक दीवारों में 'पिटीकियल हैमरेजेस' — यानी सूक्ष्म खून के धब्बे पाए गए, जो आम तौर पर शारीरिक दबाव, दम घोंटने या लगातार मार से उत्पन्न होते हैं। यह शरीर को अत्यधिक दबाव में रखने के संकेत हैं। रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि अजीत कुमार के शरीर पर एक जगह दांत के काटने का निशान भी पाया गया, जो इस घटना को और भी क्रूर बनाता है।
मौत का कारण: यातना के चलते गंभीर शारीरिक और मस्तिष्कीय चोट
पोस्टमार्टम के निष्कर्ष स्पष्ट रूप से बताते हैं कि अजीत कुमार की मौत प्राकृतिक नहीं थी और यह किसी मिर्गी के दौरे या मामूली झगड़े का नतीजा नहीं हो सकती — जैसा कि प्रारंभिक एफआईआर में दावा किया गया था। बल्कि यह मामला लंबी और योजनाबद्ध बर्बरता का है, जिसमें अजीत को बार-बार मारा गया, उसके शरीर और मस्तिष्क को जानलेवा नुकसान पहुंचाया गया।