घाटी में बेरोजगारी दूर करने के लिए पीएमईजीपी की अहम भूमिका : डा हिना

punjabkesari.in Friday, Jul 19, 2019 - 11:36 AM (IST)

 
श्रीनगर : खादी और ग्रामोद्योग आयोग (के.वी.आई.सी.) द्वारा श्रीनगर के एस.के.आई.सी.सी. में फ्लैगशिप प्रधान मंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पी.एम.ई.जी.पी.) पर राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का आयोजन आम जनता के बीच के.वी.आई.सी. की योजनाओं के बारे में जागरुकता पैदा करने के मकसद से किया गया। 
कार्यशाला को संबोधित करते हुए डॉ हिना भट्ट ने कहा कि आतंकवाद ग्रस्त कश्मीर घाटी में बेरोजगारी को दूर करने में पी.एम.ई.जी.पी. एक अहम भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कार्यशाला का आयोजन करने के लिए के.वी.आई.सी. की सराहना करते हुए कहा कि पी.एम.ई.जी.पी. भारत सरकार का फ्लैगशिप प्रोग्राम हैं और हम सब को इसे कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए एक साथ काम करना पड़ेगा। 


डॉ हिना ने कहा कि ऐसे जागरुकता शिविर युवाओं को स्वरोजगार उपक्रमों के माध्यम से आय अर्जित करने में मदद करते हैं जिन्हें विभिन्न योजनाओं के तहत स्थापित किया जा सकता है।  उन्होंने कहा कि इन कार्यक्रमों का उद्देश्य इसे तार्किक अंत तक ले जाना चाहिए जिससे युवाओं को लाभ मिलेगा।  इस दौरान के.वी.आई.सी. के राज्य निदेशक डी.एस. भाटी ने अपने संबोधन में कहा कि पूरे देश खासतौर से जम्मू कश्मीर में बेरोजगार युवाओं के लिए पी.एम.ई.जी.पी. एक अचूक मंत्र है। पी.एम.ई.जी.पी. भारत सरकार का फ्लैगशिप कार्यक्रम है, जिसे सफल बनाने में सब को एक साथ काम करने की आवश्यकता है। 


भाटी ने कहा कि के.वी.आई.सी. के अध्यक्ष विनय कुमार सेक्सेना जम्मू कश्मीर के युवाओं को रोजगार प्रदान करने के लिए विशेष ध्यान दे रहे हैं।  कार्यशाला के आरंभ में सहायक निदेशक जो जम्मू कश्मीर में पी.एम.ई.जी.पी. के नोडल ऑफिसर भी हैं, ने पी.एम.ई.जी.पी. पर पॉवरपोइंट प्रस्तुति दी। उन्होंने पी.एम.ई.जी.पी. के ऑनलाइन प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी। 
 
इस अवसर पर जम्मू कश्मीर खादी और ग्रामोद्योग बोडऱ् (के.वी.आई.बी.) की उपाध्यक्षा डॉ हिना भट्ट, जम्मू कश्मीर बैंक के उपाध्यक्ष फयाज अहमद भट्ट, के.वी.आई.बी. के सचिव राशिद अहमद कादरी, के.वी.आई.सी. के राज्य निदेशक डी.एस. भाटी, के.वी.आई.सी. के सहायक निदेशक अनिल कुमार शर्मा, घाटी के सभी जिलों के एल.डी.एम., आर.एस.ई.टी.आई. निदेशक, के.वी.आई.बी. के जिला अधिकारी, के.वी.आई.सी. के प्रतिनिधि, डी.आई.सी. के प्रतिनिधि और विभिन्न खादी संस्थानों के सचिव भी मौजूद थे। 


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Monika Jamwal

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