PM नरेंद्र मोदी ने कोनेरू हम्पी के साथ खेली शतरंज, गोल्ड मेडलिस्ट ने कही यह बात
punjabkesari.in Monday, Jun 20, 2022 - 12:16 PM (IST)
नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को शतरंज ओलंपियाड के 44वें सत्र से पहले इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट की पहली मशाल रिले को हरी झंडी दिखाई। शतरंज ओलंपियाड का आयोजन महाबलीपुरम में 28 जुलाई से 10 अगस्त तक किया जाएगा। शतरंज की अंतर्राष्ट्रीय संचालन संस्था फिडे ने पहली बार मशाल रिले का आयोजन किया है जो ओलंपिक परंपरा से प्रेरित है। इससे पहले कभी शतरंज ओलंपियाड से पहले मशाल रिले का आयोजन नहीं किया गया था।
जब पीएम मोदी ने कोनेरू हम्पी के साथ खेली शतरंज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चेस ओलंपियाड 2020 की गोल्ड मेडलिस्ट कोनेरू हम्पी के साथ चेस भी खेला और इवेंट की शुरुआत की। कोनेरू हम्पी ने ट्विटर पर फोटो शेयर करते हुए लिखा कि मेरे लिए गर्व की बात है कि प्रधानमंत्री मोदी ने मेरे साथ चैस खेली। आपकी उपस्थिति हमें हमेशा प्रेरित करती है। इस दौरान इंदिरा गांधी इंटरनेशनल स्टेडियम में रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किए गए थे। इसी बीच चेस ओलंपियाड की टॉर्च रिले को लॉन्च किया गया। इस दौरान खेल मंत्री अनुराग ठाकुर भी यहां पर मौजूद रहे।
स्टेज को चेस बॉक्स की तरह शानदार तरीके से सजाया गया था। महिला ग्रैंडमास्टर कोनेरू हंपी के खिलाफ शतरंज के बोर्ड पर चाल चलने वाले प्रधानमंत्री मोदी ने इस मौके पर कहा, ‘‘शतरंज ओलंपियाड की पहली मशाल रिले भारत से शुरू हो रही है, साथ ही यह पहली बार है जब भारत इस बड़ी प्रतियोगिता की मेजबानी कर रहा है।'' उन्होंने कहा, ‘‘हमें गर्व यह कि यह खेल अपने जन्मस्थल से आगे बढ़ा और पूरी दुनिया में अपनी मौजूदगी दर्ज कराई। हमें यह देखकर खुशी है कि शतरंज अपने जन्मस्थल पर लौटा है और इसकी सफलता का जश्न शतरंज ओलंपियाड के रूप में मना रहे हैं।''
पीएम मोदी ने विश्वनाथन आनंद को सौंपी मशाल
फिडे अध्यक्ष अरकाडी वोर्कोविच ने मशाल प्रधानमंत्री मोदी को सौंपी और उन्होंने इसे महान शतरंज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद को दिया। मशाल 40 दिन में 75 शहरों से गुजरकर चेन्नई के समीप महाबलीपुरम पहुंचेगी। प्रत्येक शहर में उस राज्य के शतरंज ग्रैंडमास्टर को मशाल सौंपी जाएगी। लेह, श्रीनगर, जयपुर, सूरत, मुंबई, भोपाल, पटना, कोलकाता, गंगटोक, हैदराबाद, बेंगलुरू, त्रिशूर, पोर्ट ब्लेयर और कन्याकुमार उन 75 शहरों में शामिल हैं जहां से मशाल गुजरेगी। शतरंज ओलंपियाड के लगभग 100 साल के इतिहास में पहली बार भारत इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट की मेजबानी कर रहा है। आगामी ओलंपियाड के लिए 188 देशों ने पंजीकरण कराया है।