GST 2.0: पीएम मोदी ने देश के नाम लिखा पत्र - 'दुकानदारों का Before and After का बोर्ड लगाना मुझे अच्छा लगा'
punjabkesari.in Monday, Sep 22, 2025 - 06:14 PM (IST)

नेशनल डेस्क: देशभर में आज यानि की 22 सितंबर से नए जीएसटी रेट लागू हो गए हैं। जीएसटी रेट में बदलावों को जीएसटी 2.0' नाम दिया गया है। नवरात्रि के पहले दिन से लागू हुई इस नई व्यवस्था को लेकर पीएम मोदी ने देशवासियों के नाम एक पत्र लिखा है। उन्होंने इसे 'जीएसटी बचत महोत्सव' की शुरुआत बताया और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम करार दिया।
'GST 2.0' के मुख्य बदलाव कौन से हैं?
'GST 2.0' के तहत टैक्स ढांचे को काफी सरल बनाया गया है, जिसमें अब मुख्य रूप से दो ही टैक्स स्लैब हैं:
- 5% स्लैब: रोज़मर्रा की ज़रूरी चीज़ें जैसे खाना, दवाइयां, साबुन और टूथपेस्ट इस स्लैब में शामिल हैं।
- 18% स्लैब: विलासिता (luxury) और स्वास्थ्य के लिए हानिकारक वस्तुएं (sin goods) इस स्लैब में रखी गई हैं।
सबसे बड़ी राहत की बात यह है कि हेल्थ इंश्योरेंस पर लगने वाले GST को पूरी तरह से 0 कर दिया गया है, जिससे यह आम जनता के लिए काफी लाभ होगा।
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आइए, ‘GST बचत उत्सव’ के साथ त्योहारों के इस मौसम को नई उमंग और नए जोश से भर दें! GST की नई दरों का मतलब है- हर घर के लिए अधिक से अधिक बचत, साथ ही व्यापार और कारोबार के लिए बड़ी राहत। pic.twitter.com/hFHkMTF8G7
— Narendra Modi (@narendramodi) September 22, 2025
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पीएम मोदी का संदेश और 'नागरिक देवो भव': का मंत्र
अपने पत्र में पीएम ने कहा कि यह नवरात्रि का त्योहार इस साल खास है, क्योंकि इसके साथ ही 'जीएसटी बचत महोत्सव' की शुरुआत हो रही है। उन्होंने कहा कि इन सुधारों से किसान, महिला, युवा, गरीब और मध्यम वर्ग समेत सभी को फायदा होगा।
पीएम मोदी ने लिखा,"मुझे यह देखकर बहुत अच्छा लगा कि कई दुकानदार और व्यापारी 'पहले' और 'अब' (Before and After) के बोर्ड लगाकर ग्राहकों को बता रहे हैं कि कोई सामान कितना सस्ता हो गया है।" उन्होंने इसे 'नागरिक देवो भव:' (नागरिक ही भगवान है) के मंत्र का प्रतीक बताया।
सिस्टम हुआ और भी सरल
पीएम मोदी ने याद दिलाया कि 2017 में GST लागू होने के बाद देश को कई तरह के टैक्स के जाल से मुक्ति मिली थी। अब 'जीएसटी 2.0' के जरिए सिस्टम को और भी सरल बनाया गया है, जिससे छोटे व्यापारियों और लघु उद्योगों को काफी सुविधा मिलेगी। उन्होंने अपने 11 साल के कार्यकाल की उपलब्धि बताते हुए कहा कि इन प्रयासों से 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर आए हैं।