PM मोदी ने सोमनाथ मंदिर के निकट सर्किट हाउस का किया उद्धाटन, बोले-विदेश घूमने वाले एक बार भारत भ्रमण जरूर करें

punjabkesari.in Friday, Jan 21, 2022 - 01:47 PM (IST)

नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि एक समय था जब देश की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान पर बात करने में संकोच किया जाता था और आजादी के बाद कुछ गिने-चुने परिवारों के लिए नवनिर्माण किया गया जबकि उनकी सरकार उस ‘‘संकीर्ण सोच'' को पीछे छोड़कर नए गौरव स्थलों का निर्माण कर रही है और उन्हें भव्यता दे रही है। गुजरात में सोमनाथ मंदिर के निकट नवनिर्मित सर्किट हाउस का ऑनलाइन उद्घाटन करने के बाद प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में यह बात कही। प्रधानमंत्री का यह बयान ऐसे समय में आया है जब विपक्षी दलों द्वारा सरकार पर विकास और पुनर्निर्माण के नाम पर ऐतिहासिक धरोहरों को मिटाने का आरोप लगाया जाता रहा है। 

 

देश में बहुत ऐतिहासिक स्मारक
इस कड़ी में ताजा मामला इंडिया गेट पर स्थित अमर जवान ज्योति की लौ को राष्ट्रीय समर स्मारक पर जल रही लौ के साथ विलय किए जाने का है। कांग्रेस का नाम लिए बगैर प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हमारे लिए हमारे पूर्वजों ने इतना कुछ छोड़ा है लेकिन एक समय था जब हमारी धार्मिक व सांस्कृतिक पहचान पर बात करने में संकोच किया जाता था। प्रधानमंत्री ने इस कड़ी में दिल्ली में बने आंबेडकर राष्ट्रीय स्मारक, रामेश्वरम में बने एपीजे अब्दुल कलाम स्मारक और नेताजी सुभाष चंद्र बोस और श्यामजी कृष्ण वर्मा जैसे स्वतंत्रता सेनानी से जुड़े हुए स्थानों को विकसित किए जाने का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज के गौरवशाली इतिहास को सामने लाने के लिए देशभर में आदिवासी संग्रहालय भी बनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि गुजरात के केवड़िया में बना ‘‘स्टेच्यू ऑफ यूनिटी'' पूरे देश का गौरव है और कोरोना के बावजूद अब तक 75 लाख से ज्यादा लोग इसके दर्शन कर चुके है। 

 

एक बार अपने देश का भी करें भ्रमण
उन्होंने देशवासियों से आग्रह किया कि विदेश घूमने जाने से पहले वह देश के कम से कम 15 से 20 पर्यटन व तीर्थ स्थलों का दौरा करें। उन्होंने कहा, ‘‘पहले आप हिंदुस्तान को अनुभव करें। बाद में दुनिया के किसी और देश में जाएं। उन्होंने कहा, ‘‘आप किसी भी राज्य का नाम लीजिए। गुजरात का नाम लेंगे तो सोमनाथ, द्वारका, धोलावीरा जैसे स्थान मन में आते हैं। उत्तर प्रदेश का नाम लेंगे तो अयोध्या, मथुरा, काशी, कुशीनगर, विंध्याचल छा जाते हैं। सामान्य जन का हमेशा मन करता है, इन सब जगह पर जाने का अवसर मिले।'' उन्होंने कहा कि इसी प्रकार उत्तराखंड का नाम लेते ही बद्रीनाथ और केदारनाथ तथा हिमाचल प्रदेश का नाम लेने पर ज्वाला देवी जैसे तीर्थाटन और पर्यटन के कई केंद्र मन में आ जाएंगे। उन्होंने कहा, ‘‘ये स्थान हमारी राष्ट्रीयता का... एक भारत, श्रेष्ठ भारत की भावना का प्रतिनिधित्व करते हैं। इन स्थलों की यात्रा हमारी राष्ट्रीय एकता को बढ़ाती है। बता दें कि इस नए सर्किट हाउस का निर्माण 30 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है और यह सोमनाथ मंदिर के निकट स्थित है। इसमें सभी प्रकार की आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं, जिनमें वीआईपी और डीलक्स कमरे, सम्मेलन कक्ष और सभागृह शामिल हैं। कमरों की बनावट ऐसी है कि वहीं से लोग समुद्र का नजारा भी देख सकते हैं। 


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Content Writer

Seema Sharma

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