PM मोदी की जापान यात्रा: भारत में निवेश दोगुना करेगा जापान, नई हाई-स्पीड ट्रेन पर होगा समझौता
punjabkesari.in Friday, Aug 22, 2025 - 05:54 PM (IST)

नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जापान यात्रा दोनों देशों के बीच संबंधों को एक नई ऊंचाई देगी। जापान भारत में अपने निजी निवेश के लक्ष्य को बढ़ाने की योजना बना रहा है, जिसे प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 29 अगस्त को अपनी बैठक में अंतिम रूप दे सकते हैं।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, जापान अगले 10 वर्षों में भारत में अपने निजी निवेश के लक्ष्य को दोगुना करके 10 ट्रिलियन येन (करीब 68 बिलियन डॉलर) करने की तैयारी में है। यह लक्ष्य 2022 में तय किए गए 5 वर्षों में 5 ट्रिलियन येन के मौजूदा लक्ष्य से बहुत बड़ा है। यह दिखाता है कि जापानी सरकार और कंपनियां भारत को एक महत्वपूर्ण निवेश गंतव्य के रूप में देख रही हैं।
आर्थिक सुरक्षा और तकनीकी सहयोग पर जोर
दोनों देश आर्थिक सुरक्षा से जुड़ी चुनौतियों से निपटने के लिए एक नया सहयोग ढाँचा शुरू करने की योजना बना रहे हैं। इसमें सेमीकंडक्टर, महत्वपूर्ण खनिज, दूरसंचार, स्वच्छ ऊर्जा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) जैसे प्रमुख क्षेत्रों पर ध्यान दिया जाएगा।
एआई सहयोग पहल: एआई तकनीक और स्टार्टअप्स में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए एक विशेष पहल शुरू की जाएगी।
डिजिटल पार्टनरशिप 2.0: यह प्रोजेक्ट विनिर्माण के अलावा सेमीकंडक्टर, एआई और स्टार्टअप्स जैसे उभरते तकनीकी क्षेत्रों में आर्थिक सहयोग को बढ़ाएगा।
हाई-स्पीड रेल और लोगों का आदान-प्रदान
मोदी की यात्रा के दौरान, भारत की पहली हाई-स्पीड रेल परियोजना को लेकर एक बड़ा समझौता होने की उम्मीद है। यह बुलेट ट्रेन जापान की शिंकानसेन तकनीक पर आधारित होगी, और इसमें अगली पीढ़ी की E10 सीरीज बुलेट ट्रेन शामिल हो सकती है।
इसके अलावा, दोनों देश लोगों के बीच आपसी संबंध बढ़ाने के लिए भी लक्ष्य तय कर सकते हैं, जैसे अगले पाँच वर्षों में 5 लाख से ज़्यादा लोगों का आवागमन और जापान में 50,000 भारतीय नागरिकों को स्वीकार करना। कुल मिलाकर, इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच 100 से अधिक समझौतों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापार, सुरक्षा और सांस्कृतिक संबंध और मजबूत होंगे।