Pariksha pe charcha: जब एक बल्लेबाज स्टेडियम में...PM मोदी की इस बात पर बच्चों ने बजाईं खूब तालियां
punjabkesari.in Friday, Jan 27, 2023 - 01:14 PM (IST)

नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि माता-पिता को सामाजिक स्थिति के कारण बच्चों पर दबाव नहीं डालना चाहिए। साथ ही उन्होंने छात्रों को, अपेक्षाओं के किसी भी बोझ से बाहर निकलने के लिए अपने काम पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी। प्रधानमंत्री ने कहा कि जैसे एक बल्लेबाज दर्शकों के चौके और छक्के की मांग वाली आवाजों को नजरअंदाज करते हुए फेंकी गई गेंद पर ध्यान केंद्रित करता है उसी प्रकार छात्रों को भी अपने काम पर ध्यान देना चाहिए। बच्चों के साथ बातचीत में पीएम मोदी ने हल्के-फुल्के मूड में भारी-भरकम बात को इतने आसान शब्दों में समझाया कि बच्चे भी तालियां बजाए बिना नहीं रह सके।
‘‘परीक्षा पे चर्चा'' वार्षिक संवाद के छठे संस्करण के दौरान छात्रों के सवालों का जवाब देते हुए मोदी ने कहा कि छात्रों को अपने काम पर ध्यान केंद्रित करने की कोशिश करनी चाहिए। प्रधानमंत्री इस संवाद के दौरान छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों से संवाद करते हैं और तनाव तथा परीक्षा से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करते हैं। पीएम मोदी ने परीक्षाओं में अनुचित प्रथाओं के इस्तेमाल के खिलाफ भी दृढ़ता से बात की। उन्होंने कहा कि नकल से किसी को एक या दो परीक्षा में मदद मिल सकती है लेकिन जीवन में लंबे समय में इसका लाभ नहीं मिलता। उन्होंने छात्रों से कहा कि वे कभी भी ‘‘शॉर्टकट'' रास्ता ना अपनाएं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि छात्रों की कड़ी मेहनत हमेशा उन्हें जीवन में आगे बढ़ने में मदद करेगी। उन्होंने कहा कि छात्रों को कई बार उन पर पड़ रहे दबाव का विश्लेषण करना चाहिए ताकि यह देखा जा सके कि कहीं वे अपनी ताकत को कम तो नहीं आंक रहे हैं। मोदी ने कहा कि परिवार के सदस्यों की अपेक्षाएं होना स्वाभाविक है लेकिन अगर यह सामाजिक वर्ग या स्थिति से जुड़ा होता है तो गलत है। ‘‘परीक्षा पे चर्चा'' में भाग लेने के लिए इस साल रिकॉर्ड 38 लाख छात्रों ने पंजीकरण कराया। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के अनुसार, छात्रों का पंजीकरण पिछले साल की तुलना में कम से कम 15 लाख अधिक है।