फ्रांस के मार्सिले में खुला भारतीय वाणिज्य दूतावास, PM मोदी और राष्ट्रपति मैक्रों 12 फरवरी को करेंगे उद्घाटन
punjabkesari.in Thursday, Feb 06, 2025 - 07:19 PM (IST)
International Desk: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों 12 फरवरी को फ्रांस के मार्सिले शहर में भारतीय वाणिज्य दूतावास का संयुक्त रूप से उद्घाटन करेंगे। यह कार्यक्रम पीएम मोदी की अगले हफ्ते फ्रांस यात्रा के दौरान होगा। मार्सिले, जो फ्रांस के दक्षिणी हिस्से में स्थित है और भूमध्य सागर के किनारे बसा है, वहां भारतीय दूतावास खोलने की घोषणा पीएम मोदी ने 2023 में अपनी फ्रांस यात्रा के दौरान की थी।
भारतीय समुदाय के लिए बड़ी सुविधा
2023 में पीएम मोदी ने ला सेन म्यूजिकल में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा था कि मार्सिले में वाणिज्य दूतावास खोलना भारत-फ्रांस संबंधों को और मजबूत करेगा। यह दूतावास दक्षिणी फ्रांस के भारतीय समुदाय की जरूरतों को पूरा करेगा, जिसमें मार्सिले, टूलूज़ और रोन-अल्प्स क्षेत्र के भारतीय प्रवासी शामिल हैं। इससे उन्हें वीज़ा, पासपोर्ट और अन्य दूतावासी सेवाओं के लिए पेरिस तक लंबा सफर नहीं करना पड़ेगा। यह फ्रांस में भारत का दूसरा राजनयिक केंद्र होगा, जो पेरिस में भारतीय दूतावास के बाद खुल रहा है।
मार्सिले पोर्ट और व्यापारिक सहयोग
पीएम मोदी और राष्ट्रपति मैक्रों मार्सिले बंदरगाह और अन्य व्यावसायिक क्षेत्रों के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात करेंगे। मार्सिले-फोस पोर्ट फ्रांस का सबसे बड़ा और भूमध्य सागर के सबसे बड़े बंदरगाहों में से एक है। यह यूरोप, अफ्रीका, मध्य पूर्व और एशिया के बीच व्यापार का प्रमुख केंद्र है। यह बंदरगाह तेल, कंटेनर, बल्क गुड्स और क्रूज़ शिप्स का संचालन करता है। फोस-सुर-मेर तेल टर्मिनल फ्रांस और अन्य पड़ोसी देशों के लिए पेट्रोलियम उत्पादों के आयात में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि
पीएम मोदी और राष्ट्रपति मैक्रों मार्सिले में मजार्ग सेंटर कब्रिस्तान भी जाएंगे, जहां प्रथम विश्व युद्ध में लड़ने वाले भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि दी जाएगी। यहां 900 से अधिक भारतीय सैनिकों की समाधियां हैं, जो फ्रांस में भारतीय युद्ध स्मारकों में से एक है। गौरतलब है कि प्रथम विश्व युद्ध के दौरान भारतीय सैनिकों का प्रमुख बेस मार्सिले में था। जुलाई 1925 में फील्ड मार्शल सर विलियम बर्डवुड ने यहां भारतीय सैनिकों की याद में एक स्मारक का उद्घाटन किया था।
नाभिकीय ऊर्जा और रक्षा समझौते
दोनों नेता सेंट-पॉल-ले-दुरांस में स्थित अंतरराष्ट्रीय थर्मोन्यूक्लियर एक्सपेरिमेंटल रिएक्टर (ITER) का भी दौरा करेंगे। यह प्रोजेक्ट नाभिकीय संलयन (न्यूक्लियर फ्यूजन) से स्वच्छ और असीमित ऊर्जा के प्रयोग पर काम कर रहा है। भारत 2005 में इस परियोजना में शामिल हुआ था और इसमें क्रायोस्टेट, कूलिंग सिस्टम और अन्य महत्वपूर्ण उपकरणों का योगदान दिया है। पीएम मोदी अपनी यात्रा के दौरान 10 और 11 फरवरी को पेरिस में आयोजित आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) एक्शन समिट में भी शामिल होंगे। इस शिखर सम्मेलन में वैश्विक स्तर पर AI गवर्नेंस पर चर्चा होगी। इसके अलावा, भारत और फ्रांस के बीच दो बड़े रक्षा सौदों की भी घोषणा हो सकती है। इसमें भारतीय नौसेना के लिए 26 राफेल-M लड़ाकू विमान और तीन अतिरिक्त स्कॉर्पीन क्लास पनडुब्बियों की खरीद शामिल है। इन सौदों की कीमत अरबों डॉलर में हो सकती है।