पीएम मोदी के जापान दौरे से पहले बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की क्या है स्थिति? कब तक होगा काम पूरा, NHSRCL ने दी पूरी जानकारी
punjabkesari.in Thursday, Aug 28, 2025 - 06:17 PM (IST)

नेशनल डेस्क : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जापान दौरे से पहले नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) ने अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के काम का लेटेस्ट अपडेट जारी किया है। यह परियोजना पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट्स में से एक है। गुजरात के अहमदाबाद से मुंबई के बांद्रा तक बनने वाले 508 किलोमीटर लंबे हाईस्पीड कॉरिडोर में अब तक 317 किलोमीटर हिस्से पर वायाडक्ट का काम पूरा हो चुका है। साथ ही, पियर वर्क 396 किलोमीटर, पियर फाउंडेशन 407 किलोमीटर और गर्डर कास्टिंग 337 किलोमीटर हिस्से पर पूरी हो गई है।
इस हाईस्पीड रेल कॉरिडोर का बड़ा हिस्सा गुजरात में है, जहां 352 किलोमीटर का निर्माण कार्य चल रहा है, जबकि महाराष्ट्र में इसका हिस्सा 156 किलोमीटर है।
बुलेट ट्रेन के लिए कुल 12 स्टेशन होंगे
प्रोजेक्ट में कुल 12 थीम आधारित स्टेशन शामिल हैं। गुजरात में साबरमती, अहमदाबाद, आणंद, वडोदरा, भरूच, सूरत, बिलीमोरा और वापी स्टेशन हैं, जबकि महाराष्ट्र में बोइसर, विरार, ठाणे और मुंबई स्टेशन बनाए जा रहे हैं। NHSRCL के अनुसार कुल 21 नदी पुल बन रहे हैं, जिनमें से 17 का निर्माण पूरा हो चुका है। ये पुल पार (वलसाड), पूर्णा (नवसारी), मिन्धोला (नवसारी), अम्बिका (नवसारी), औरंगा (वलसाड), वेगनिया (नवसारी), मोहर (खेड़ा), धाधर (वडोदरा), कोलक (वलसाड), वत्रक (खेड़ा), कावेरी (नवसारी), खरैरा (नवसारी), मेश्वा (खेड़ा), किम (सूरत), दरोथा (वलसाड), दमन गंगा (वलसाड) और विश्वामित्रि (वडोदरा) नदियों पर बनाए गए हैं। इसके अतिरिक्त, आठ स्टील ब्रिज भी बन चुके हैं।
गुजरात में लगाए जा रहे नॉइज बैरियर
गुजरात में वायाडक्ट पर नॉइज बैरियर लगाने का काम भी प्रगति पर है। लगभग 3,90,000 नॉइज बैरियर 195 किलोमीटर लंबे हिस्से में लगाए जा चुके हैं। इसके साथ ही गुजरात में 198 किलोमीटर ट्रैक बेड निर्माण पूरा हो चुका है। वायाडक्ट पर 200 मीटर लंबे रेल पैनल बनाने के लिए वेल्डिंग का काम चल रहा है। सूरत-बिलिमोरा के बीच लगभग 1600 ओवरहेड इक्विपमेंट मास्ट (ओएचई) लगाए जा चुके हैं, जो मेनलाइन वायाडक्ट के 40 किलोमीटर हिस्से को कवर करते हैं।
महाराष्ट्र की स्थिति
महाराष्ट्र में भी काम जारी है। बीकेसी और शिलफाटा के बीच 21 किलोमीटर लंबी सुरंग का निर्माणाधीन है। न्यू ऑस्ट्रियन टनलिंग मेथड (एनएटीएम) के जरिए शिलफाटा और एडीआईटी पोर्टल से दो समवर्ती फेस से लगभग 4.5 किलोमीटर लंबी सुरंग का निर्माण पूरा हो चुका है। पालघर जिले में सात पहाड़ी सुरंगों की खुदाई जारी है, जिनमें से कुल 6 किलोमीटर में से 2 किलोमीटर का काम पूरा हो गया है।
गुजरात में सभी आठ स्टेशनों का संरचनात्मक कार्य पूरा हो चुका है, जबकि बिल्डिंग के इंटीरियर और फिनिशिंग कार्य तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। तीनों एलिवेटेड स्टेशनों पर भी काम शुरू हो चुका है। महाराष्ट्र में मुंबई बुलेट ट्रेन स्टेशन पर बेस स्लैब डाली जा रही है, वहीं विरार और बोईसर बुलेट ट्रेन स्टेशनों के लिए पहली स्लैब कास्टिंग पूरी हो चुकी है।