PM मोदी ने दिया था पोप फ्रांसिस को भारत आने का न्योता, लेकिन अधूरा रह गया कार्यक्रम
punjabkesari.in Tuesday, Apr 22, 2025 - 04:06 AM (IST)

नेशनल डेस्कः पोप फ्रांसिस का भारत के साथ संबंध उम्मीदों और चुनौतियों से भरा रहा। हाल ही में, उन्होंने वेटिकन के एक पदाधिकारी और भारतीय पादरी को 'कार्डिनल' का दर्जा दिया था, जो कैथोलिक समुदाय के लिए गर्व का क्षण था। पोप फ्रांसिस का 88 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वह पिछले करीब 1,300 वर्षों में पहले गैर-यूरोपीय पोप थे।
भारत में पोप फ्रांसिस की यात्रा की इच्छा अधूरी रह गई। केंद्रीय मंत्री जॉर्ज कुरियन ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पोप को भारत आने का न्योता दिया था। हालांकि, पोप फ्रांसिस की यात्रा 2025 के बाद होने की संभावना है, क्योंकि कैथोलिक चर्च ने 2025 को 'जुबली वर्ष' घोषित किया है, और रोम में कई समारोह होंगे। इसलिए, पोप के उस वर्ष रोम में रहने की संभावना अधिक है। हालांकि, निकट भविष्य में उनकी यात्रा से इंकार नहीं किया जा सकता।
पोप फ्रांसिस ने भारतीय संतों को संत की उपाधि दी, जैसे कि फादर कुरियाकोस एलियास चावारा, सिस्टर यूफ्रेसिया एलुवाथिंगल, मरियम थ्रेसिया, और देवसहायम पिल्लई। इसके अलावा, भारतीय पादरी जॉर्ज जैकब कूवाकड को 'कार्डिनल' का दर्जा दिया, जिससे भारतीय प्रतिनिधित्व वेटिकन में मजबूत हुआ।
पोप फ्रांसिस की भारत यात्रा की संभावना अब समाप्त हो गई है, लेकिन उनकी भारत यात्रा की इच्छा और उनके योगदान भारतीय कैथोलिक समुदाय के लिए महत्वपूर्ण बने रहेंगे।