आजादी के अमृतकाल के लिए PM मोदी ने दिया ‘पंच प्रण' का मंत्र, बोले-अगले 25 साल की यात्रा देश के लिए महत्वपूर्ण

punjabkesari.in Monday, Aug 15, 2022 - 11:02 AM (IST)

नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगले 25 साल की यात्रा को देश के लिए ‘‘अत्यंत महत्वपूर्ण'' करार दिया और इस ‘‘अमृत काल'' में विकसित भारत, गुलामी की हर सोच से मुक्ति, विरासत पर गर्व, एकता और एकजुटता व नागरिकों द्वारा अपने कर्तव्य पालन के ‘‘पंच प्रण'' का आह्वान किया।

 

प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी का 76वां स्वतंत्रता दिवस एक ऐतिहासिक दिन है और यह पुण्य पड़ाव, एक नई राह, एक नए संकल्प और नए सामर्थ्य के साथ कदम बढ़ाने का शुभ अवसर है। देश के 76वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए उन्होंने विश्व भर में फैले हुए भारत प्रेमियों और भारतीयों को आजादी के अमृत महोत्सव की बधाई दी। 

 

‘पंच प्रण' का संकल्प

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘आज जब हम अमृत काल में प्रवेश कर रहे हैं, अगले 25 वर्ष हमारे देश के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।'' उन्होंने कहा कि जब वह 130 करोड़ देशवासियों के सपनों को देखते हैं और उनके संकल्पों की अनुभूति करते हैं तो आने वाले 25 साल के लिए देश को ‘‘पंच प्रण'' पर अपनी शक्ति, अपने संकल्पों और अपने सामर्थ्य को केंद्रित करना है। उन्होंने कहा, ‘‘हमें पंच प्रण को लेकर 2047 तक चलना है। जब आजादी के 100 साल होंगे, आजादी के दीवानों के सारे सपने पूरा करने का जिम्मा उठा करके चलना है।''


1- विकसित भारत
2- गुलामी के हर अंश से मुक्ति
3- विरासत पर गर्व
4- एकता और एकजुटता
5- नागरिकों का कर्तव्य


जब सपने बड़े तो संकल्प भी बड़े होने चाहिएं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘‘जब सपने बड़े होते हैं...जब संकल्प बड़े होते हैं तो पुरुषार्थ भी बहुत बड़ा होता है। शक्ति भी बहुत बड़ी मात्रा में जुट जाती है।'' उन्होंने कहा, ‘‘आज जब अमृत काल की पहली प्रभात है, हमें इस 25 साल में विकसित भारत बना कर ही रहना है। अपनी आंखों के सामने इसे कर के दिखाना है।'' भारत 1947 में आजाद हुआ था और उसने 2022 में आजाद देश के रूप में 75 साल की यात्रा पूरी कर ली है। सरकार की ओर से अगले 25 साल के कालखंड को ‘‘अमृत काल'' का नाम दिया गया है।

 

पीएम मोदी ने कहा कि आज विश्व भारत की तरफ गर्व से देख रहा है और उसे अपेक्षा से देख रहा है तथा समस्याओं का समाधान भारत की धरती पर खोजने लगा है। उन्होंने कहा कि विश्व की सोच में यह परिवर्तन भारत की 75 साल की यात्रा का परिणाम है। उन्होंने कहा, ‘‘आज का यह दिवस ऐतिहासिक है। यह एक पुण्य पड़ाव, एक नई राह, एक नए संकल्प और नए सामर्थ्य के साथ कदम बढ़ाने का शुभ अवसर है।'' इससे पहले, मोदी ने बतौर प्रधानमंत्री लगातार नौवीं बार स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य पर लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया। प्रधानमंत्री ने जैसे ही तिरंगा फहराया, वैसे ही दो Mi17 वन वी हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की गई।


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Content Writer

Seema Sharma

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