PM मोदी ने दोस्त शिंजो आबे पर हुए हमले पर जताया दुख, बोले- मेरी प्रार्थनाएं उनके साथ
punjabkesari.in Friday, Jul 08, 2022 - 11:37 AM (IST)
नेशनल डेस्क: जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे पर देश के पश्चिमी हिस्से में चुनाव प्रचार के एक कार्यक्रम में भाषण के दौरान शुक्रवार को एक शख्स ने गोली चला दी। शिंजो आबे
गंभीर रूप से घायल हैं और फिलहाल अस्पताल में भर्ती हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिंजो आबे पर हुई फायरिंग पर दुख जताया है। पीएम मोदी ने ट्वीट किया कि मेरे प्रिय मित्र शिंजो पर हुए हमले से बहुत व्यथित हूं। हमारे विचार और प्रार्थनाएं उनके, उनके परिवार और जापान के लोगों के साथ हैं। पीएम मोदी और शिंजो आबे की दोस्ती जगजाहिर है।
पीएम मोदी कई मौकों पर अपने दोस्त आबे को याद कर चुके हैं। पीएम मोदी ने शिंजो आबे को खुद वाराणसी की सैर करवाई थी और दोनों ने साथ में गंगा आरती भी की थी। पिछले साल आबे को भारत के सर्वोच्च सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था।
Video of the scene where Former Japanese PM Shinzo Abe was shot. Paramedics actively working on Abe and reportedly the suspect being carried out. pic.twitter.com/9DYrmCoxBX
— Global: MilitaryInfo (@Global_Mil_Info) July 8, 2022
बता दें कि गंभीर रूप से घायल आबे को विमान से एक अस्पताल ले जाया गया लेकिन उस समय उनकी सांस नहीं चल रही थी और हृदय गति रुक गयी थी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। सरकारी प्रसारक NHK ने घटना का एक फुटेज प्रसारित किया है, जिसमें 67 वर्षीय आबे को सड़क पर गिरते हुए देखा जा सकता है और कई सुरक्षाकर्मी उनकी ओर भागते हुए देखे जा सकते हैं। पश्चिमी नारा में एक मुख्य ट्रेन स्टेशन के बाहर जब आबे ने भाषण देना शुरू किया तो उसके कुछ ही मिनटों बाद उन पर गोली चलाई गई। प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा उत्तरी जापान में यामगाता के अपने चुनाव प्रचार स्थल से एक हेलीकॉप्टर से टोक्यो लौट आए हैं। किशिदा और आबे एक ही राजनीतिक दल के हैं।
आबे पर हुई फायरिंग के कई फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आए हैं। एक फुटेज में चुनाव प्रचार अधिकारियों को अपने लोकप्रिय नेता के आसपास इकट्ठा होते देखा जा सकता है। आबे सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी में अब भी प्रभावशाली नेता हैं और वह उसके सबसे बड़े धड़े सेइवकाई का नेतृत्व करते हैं। जापानी संसद के ऊपरी सदन के लिए मतदान रविवार को होना है। आबे भाषण दे रहे थे, जब लोगों ने गोलियों की आवाज सुनी। दुनिया के सबसे सुरक्षित देशों में से एक माने जाने वाले जापान में यह हमला हैरान करने वाला है। जापान में बंदूक नियंत्रण के सख्त कानून लागू हैं। आबे ने 2020 में यह कहते हुए प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था कि उनकी एक पुरानी बीमारी फिर से उभर आई है।