PM Modi at Odisha Business Summit: कोल्डप्ले जैसे 'रॉक बैंड' का जिक्र कर भारतीय अर्थव्यवस्था के नए अवसरों पर दिया जोर
punjabkesari.in Tuesday, Jan 28, 2025 - 03:23 PM (IST)
नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 जनवरी 2025 को ओडिशा के भुवनेश्वर पहुंचे, जहां उन्होंने राज्य सरकार के द्वारा आयोजित ‘उत्कर्ष ओडिशा-मेक इन ओडिशा कॉन्क्लेव 2025’ का उद्घाटन किया। यह समिट ओडिशा के इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा निवेशक सम्मेलन माना जा रहा है। समिट दो दिन चलेगा और इसमें देश-विदेश से कई उद्योगपति और निवेशक हिस्सा ले रहे हैं। इस मौके पर पीएम मोदी ने ओडिशा के विकास की दिशा और भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर कई अहम विचार साझा किए।
ओडिशा की विकास क्षमता की सराहना
अपने संबोधन की शुरुआत में प्रधानमंत्री मोदी ने ओडिशा की तारीफ की और कहा कि यह राज्य पूर्वी भारत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और भारत के विकास के इंजन के रूप में उभरने की पूरी क्षमता रखता है। उन्होंने कहा कि ओडिशा में कई संभावनाएं हैं और यहां के लोग बेहतर प्रदर्शन करने का जूनून रखते हैं। पीएम मोदी ने यह भी बताया कि यह ओडिशा का अब तक का सबसे बड़ा निवेशक सम्मेलन है, जो इस राज्य के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है।
कोल्डप्ले का जिक्र क्यों किया?
प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर अपने विचार साझा करते हुए हाल ही में मुंबई और अहमदाबाद में हुए ब्रिटिश रॉक बैंड ‘कोल्डप्ले’ के कॉन्सर्ट्स का जिक्र किया। उन्होंने कहा, "आपने मुंबई और अहमदाबाद में आयोजित कोल्डप्ले के लाइव कॉन्सर्ट्स की तस्वीरें जरूर देखी होंगी।" उनका कहना था कि इन कॉन्सर्ट्स ने यह दिखा दिया है कि भारत में लाइव इवेंट्स की अपार संभावनाएं हैं। इन कॉन्सर्ट्स ने न सिर्फ आयोजकों को अच्छा मुनाफा दिलवाया, बल्कि ट्रांसपोर्ट, होटल, और अन्य सेवा क्षेत्रों में भी सकारात्मक असर दिखाया। पीएम मोदी ने इस उदाहरण के जरिए यह बताया कि अगर इस तरह के इवेंट्स भारत के छोटे-बड़े शहरों में आयोजित होने लगे, तो यह भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है। इसके बाद, पीएम मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि कॉन्सर्ट्स और इवेंट्स को बढ़ावा देने के लिए राज्य और निजी क्षेत्र को बुनियादी ढांचे और कौशल पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, ताकि ये इवेंट्स पूरे देश में प्रभावी रूप से आयोजित हो सकें।
भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए फायदेमंद
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में ओडिशा की विकास दिशा को लेकर भी कुछ महत्वपूर्ण विचार साझा किए। उन्होंने कहा, "ओडिशा विकास की उस ऊंचाई पर पहुंचेगा जहां तक पहुंचने की किसी ने कल्पना भी नहीं की है।" उनका मानना था कि ओडिशा के पास अपार संभावनाएं हैं, और राज्य सरकार द्वारा उठाए गए कदम इसे अगले स्तर तक ले जाएंगे। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि ओडिशा में खनिज संसाधनों का उपयोग और उनका सही तरीके से मूल्य संवर्धन किया जा रहा है। अब हम कच्चे माल को विदेश भेजने की बजाय यहां पर ही उसका मूल्य संवर्धन कर रहे हैं, जो भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए फायदेमंद साबित होगा। उन्होंने ओडिशा के बुनियादी ढांचे को और बेहतर बनाने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों को रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि पुराने पोर्ट्स के विस्तार के साथ-साथ नए पोर्ट्स भी बनाए जा रहे हैं, जिससे व्यापार और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि ओडिशा जल्द ही समुद्री अर्थव्यवस्था (ब्लू इकोनॉमी) के क्षेत्र में देश के बड़े राज्यों में शामिल होगा।
भारत में एक मजबूत अनुसंधान और आपूर्ति श्रृंखला का निर्माण
प्रधानमंत्री मोदी ने भारत में एक मजबूत अनुसंधान पारिस्थितिकी तंत्र और आपूर्ति श्रृंखला के निर्माण पर भी जोर दिया। उनका कहना था कि भारत की प्रगति केवल कच्चे माल के निर्यात से नहीं होगी, बल्कि हमें एक सशक्त और विविधतापूर्ण आपूर्ति श्रृंखला की जरूरत है जो वैश्विक आर्थिक उतार-चढ़ाव से कम प्रभावित हो। उन्होंने कहा कि भारत अब अपनी अर्थव्यवस्था का स्वरूप बदल रहा है, और यह बदलाव केवल एक मजबूत बुनियादी ढांचे और मजबूत अनुसंधान पर आधारित होगा।
क्या है निवेश के लिए बेहतरीन अवसर
पीएम मोदी ने भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास में विशेषीकृत इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण पर भी चर्चा की। उनका कहना था कि भारत अब अभूतपूर्व गति से बुनियादी ढांचे का निर्माण कर रहा है, जो निवेशकों के लिए एक बेहतरीन अवसर प्रदान करेगा। उन्होंने यह भी बताया कि भारत में निवेश के लिए एक मजबूत और पारदर्शी प्रणाली बनाई जा रही है, जो दुनिया भर के निवेशकों को आकर्षित करेगी।