Helicopter Crash में शहीद पायलट राजवीर सिंह चौहान की मां ने बेटे की 13वीं पर तोड़ा दम

punjabkesari.in Sunday, Jun 29, 2025 - 12:01 PM (IST)

नेशनल डेस्क। जयपुर के एक परिवार पर विपत्तियों का ऐसा पहाड़ टूटा है कि देखने वालों की रूह काँप गई। पहले उत्तराखंड में हुए एक दुखद हेलीकॉप्टर क्रैश में उनके जवान बेटे राजवीर सिंह चौहान की जान चली गई और इस सदमे से अभी परिवार उबर भी नहीं पाया था कि बेटे की मौत के ठीक 13 दिन बाद उसकी तेरहवीं पर माँ का भी निधन हो गया। इस हृदय विदारक घटना ने पूरे जयपुर शहर को गमगीन कर दिया है।

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बेटे की मौत के सदमे से नहीं उबर पाईं माँ विजय लक्ष्मी

दरअसल जयपुर के शास्त्री नगर निवासी पायलट राजवीर सिंह चौहान बीते 15 जून को उत्तराखंड में हुए एक हेलीकॉप्टर हादसे का शिकार हो गए थे। इस हादसे में उन्हें बचाया नहीं जा सका। राजवीर के निधन की खबर मिलते ही जयपुर में उनके घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल था। परिवार किसी तरह खुद को संभालते हुए अपने बेटे की तेरहवीं की रस्में पूरी कर रहा था कि उसी दिन यानी 28 जून को राजवीर की माँ विजय लक्ष्मी चौहान के सीने में अचानक तेज़ दर्द उठा।

 

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परिवार और पड़ोस वाले तुरंत विजय लक्ष्मी को अस्पताल लेकर गए लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। दिल का दौरा पड़ने से उनकी मौत हो चुकी थी। डॉक्टर्स ने अस्पताल पहुँचते ही उन्हें मृत घोषित कर दिया। परिवार वालों का कहना है कि विजय लक्ष्मी चौहान अपने जवान बेटे की मौत का सदमा बर्दाश्त नहीं कर पा रही थीं। बेटे की अंतिम रस्में भी पूरी नहीं हुई थीं कि माँ ने भी दम तोड़ दिया। परिवार ने भारी मन से माँ विजय लक्ष्मी चौहान का भी अंतिम संस्कार कर दिया है।

 

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गौरीकुंड हेलीकॉप्टर क्रैश और पायलट राजवीर का शौर्य

आपको बता दें कि बीते 15 जून को उत्तराखंड के केदारनाथ धाम के पास गौरीकुंड में एक हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ था। इस भीषण हादसे में पायलट राजवीर सिंह चौहान समेत 7 लोगों की दुखद मौत हो गई थी।

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राजवीर सिंह का एक शानदार करियर रहा था। वह भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल के पद से रिटायर हुए थे। उन्होंने सेना में रहकर करीब 14 साल तक देश की सेवा की थी। सेना से रिटायर होने के बाद उन्होंने पायलट के रूप में अपनी सेवाएँ दीं। राजवीर सिंह के पास 2000 घंटे से ज़्यादा का उड़ान अनुभव था।

पायलट राजवीर की पत्नी दीपिका भी लेफ्टिनेंट कर्नल हैं। दोनों ने साल 2011 में शादी की थी। शादी के 14 साल बाद यानी करीब चार महीने पहले ही उनके घर जुड़वां बच्चों ने जन्म लिया था। यह दुखद घटना इस परिवार के लिए एक ऐसा आघात है जिससे उबर पाना बेहद मुश्किल होगा।


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Content Editor

Rohini Oberoi

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