''जनता जिए या मरे...'' , राहुल गांधी बोले- ‘वोट चोरी'' से सत्ता में आने वालों को फर्क नहीं पड़ता
punjabkesari.in Thursday, Aug 21, 2025 - 06:27 PM (IST)

नेशनल डेस्क: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि ‘वोट चोरी' करके सत्ता में आने वालों को जनता की समस्याओं से कोई परवाह नहीं है, क्योंकि उन्हें जनता के वोट की जरूरत नहीं है। राहुल गांधी एक दिन के अवकाश के बाद बृहस्पतिवार को लखीसराय में ‘वोटर अधिकार यात्रा' में शामिल हुए। इससे पहले सुबह के समय राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने शेखपुरा से यात्रा आरंभ की और यह यात्रा दोपहर के समय लखीसराय पहुंची। यात्रा में बुधवार को अवकाश था।
राहुल गांधी बृहस्पतिवार को उप राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी के नामांकन में शामिल हुए, जिसके कारण वह दिन में पहले हिस्से की यात्रा में शामिल नहीं हो सके। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने औरंगाबाद में कुछ युवाओं से मुलाकात का एक वीडियो ‘एक्स' पर साझा किया। राहुल गांधी ने पोस्ट किया, ‘‘भारत के प्रिय मतदाताओं, मैं आप सभी से एक सीधा सवाल पूछना चाहता हूं - जो सरकार वोट चोरी से बनी हो, क्या उसका इरादा कभी जनसेवा हो सकता है? नहीं। उन्हें आपके वोट की ज़रूरत ही नहीं है, इसलिए आपकी समस्याओं की परवाह भी नहीं है।''
उन्होंने दावा किया, ‘‘आज की स्थिति आपके सामने है। रिकॉर्ड तोड़ बेरोज़गारी के कारण युवाओं का भविष्य बर्बाद हो रहा है। सरकार पूंजीपतियों के खजाने भर रही है।'' कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘नीट, एसएससी पेपरलीक जैसे घोटालों ने लाखों छात्रों के करियर तबाह कर दिए। सरकार ने मुंह फेर लिया। महंगाई आसमान छू रही है, जिससे आम आदमी का जीना दूभर हो गया है। मगर, सरकार कर बढ़ाती गई।''
उन्होंने दावा किया, ‘‘रेल हादसों और सड़कों, पुलों जैसे बुनियादी ढांचों के टूटने में सैकड़ों निर्दोष लोगों की असमय मृत्यु हुई, लेकिन सरकार ने जवाबदेही तक नहीं तय की। राहुल गांधी का कहना था, ‘‘पहलगाम से लेकर मणिपुर तक आतंक और हिंसा की घटनाएं हुईं - सैकड़ों लोग मारे गए। सरकार ने ज़िम्मेदारी तक नहीं ली। नोटबंदी, कोरोना और किसान आंदोलन में लाखों लोगों की जान गई। प्रधानमंत्री ने सहायता तो दूर, संवेदना तक नहीं दिखाई। क्यों? क्योंकि यह सरकार आपकी चुनी हुई नहीं है बल्कि वोट चोरी से बनी है।'' उन्होंने जनता से कहा, ‘‘आप जिएं, मरें, तड़पते रहें, इन्हें कोई फ़र्क नहीं पड़ता। इन्हें भरोसा है कि जनता वोट दे या न दे, वो चोरी से फिर सत्ता में आ ही जाएंगे।''
राहुल गांधी ने इस बात पर जोर दिया कि साफ-सुथरी मतदाता सूची स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव की बुनियाद है। अपने मताधिकार को यूं जाने मत दीजिए - क्योंकि आपके सारे अधिकार इसी बुनियाद पर टिके हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘अपनी सरकार चुनिए, जो सचमुच आपकी हो, आपकी ज़िम्मेदारी उठाए और आपके प्रति जवाबदेह हो।भारत माता और देश के संविधान की रक्षा अपने वोट से कीजिए।''