अब चुटकियों में होगी यूपीआई पेमेंट, बदल गया तरीका, सरकार ने लागू किया नया नियम
punjabkesari.in Monday, Jun 16, 2025 - 08:18 PM (IST)

नेशनल डेस्क : आजकल डिजिटल का जमाना है। भागदौड़ भरी इस जिंदगी में पेमेंट के तरीके में भी बदलाव आ गया है। अब चेक का इंतजार नहीं रह गया है। सिर्फ क्लिक में ही पलक झपकते ही पेमेंट कर सकते हैं। दरअसल, नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) के पेमेंट के तरीकों में बदलाव कर दिया है। पहले यह पेमेंट 30 सेंकड में होता था। अब यह आधे समय में होगा। यानी 10-15 सेकंड के भीतर पेमेंट हो जाएगा। अब आपको ज्यादा इंतजार नहीं करना पडेगा। नए नियमों में यह बदलाव आज (16 जून 2025) से लागू हो गया है।
बता दें कि पिछले महीने NPCI ने बैंकों और पेमेंट एप्स को कहा था कि वो अपने सिस्टम को अपग्रेड करें, ताकि पेमेंट सिर्फ 15 सेकेंड में हो जाए। ये नियम आज से लागू हो गए। NPCI ने कुछ टेक्निकल चीजें बदली हैं, जो API यानी, एप्लिकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस से जुड़ी हैं। आसान भाषा में कहे तो ये वो सॉफ्टवेयर सिस्टम हैं जो आपका पेमेंट एक बैंक से दूसरे बैंक तक पहुंचाते हैं।
अब UPI से पेमेंट में लगेगा बेहद कम समय
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (National Payments Corporation of India) ने 26 अप्रैल, 2025 को कहा था कि वे परफॉर्मेंस को सुधारने के लिए UPI ट्रांजेक्शन के रेस्पांस टाइम को कम करने की कोशिश में लगे हुए हैं। ऑफिशियल प्रेस रिलीज में कहा गया था कि ये बदलाव बैंक, सर्विस प्रोवाइडर्स फोनपे, गूगल प्ले और पेटीएम आदि के लिए फायदेमंद होंगे। रेस्पान्स टाइम को करीब आधे से भी ज्यादा कम कर दिया गया है।
रिक्वेस्ट पे और रेस्पान्स ट्रांसजेक्शन के स्टेटस को जांचने और ट्रांजेक्शन रिवर्सल यानी लेनदेन को रद्दा करना या वापस लेने के लिए रिस्पांस टाइम 30-30 से घटाकर 10-10 सेकेंड कर दिया गया है। वैलिड एड्रेस के लिए रेस्पान्स टाइम 15 से 10 सेकेंड हो गया है। यानी अब पेमेंट करने में सिर्फ 10 सेकंड का समय लगेगा।
एक दिन में कितने बार चेक कर पाएंगे बैलेंस?
एनपीसीआई ने कहा कि प्रोसेस टाइम में बदलाव का मकसद ग्राहक अनुभव को बेहतर बनाना है। एनपीसीआई के एक अन्य सर्कुलर के अनुसार, ग्राहक जल्द ही अपने यूपीआई ऐप के जरिए दिन में अधिकतम 50 बार अपने खाते का बैलेंस चेक कर सकेंगे। हालांकि, एक एक्सपर्ट के अनुसार अभी तक एक दिन में बैंक खाते का बैलेंस चेक करने की कोई लिमिट नहीं है और प्रणालीगत दक्षता को ध्यान में रखते हुए 50 की सीमा शुरू की गई है।
NPCI ने UPI ट्रांजैक्शन में बदलाव क्यों किया?
बता दें कि UPI का इस्तेमाल तो अब छोटी दुकान से लेकर ऑनलाइन शॉपिंग तक हर कोई करता है, लेकिन कई बार पेमेंट में देरी या स्टेटस चेक करने में टाइम लगने से लोग परेशान हो जाते थे। NPCI चाहता है कि यूजर्स को और बेहतर एक्सपीरियंस मिले। साथ ही, ट्रांजैक्शन फेल होने की शिकायतें भी कम हों।