धर्मशाला में फिर पैराग्लाइडिंग हादसाः गुजरात के 25 वर्षीय युवक की गई जान, 6 महीने में दूसरी मौत ने बढ़ाई चिंता
punjabkesari.in Tuesday, Jul 15, 2025 - 10:13 PM (IST)

नेशनल डेस्कः हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला स्थित प्रसिद्ध इंद्रुनाग पैराग्लाइडिंग साइट पर सोमवार शाम एक दिल दहला देने वाली घटना में गुजरात के अहमदाबाद निवासी 25 वर्षीय पर्यटक सतीश राजेशभाई की मौत हो गई। यह हादसा उस वक्त हुआ जब टेक-ऑफ के दौरान पैराग्लाइडर हवा में संतुलन नहीं बना पाया और कुछ ही दूरी पर ज़मीन से टकरा गया। पायलट सूरज भी इस दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हुए हैं और वर्तमान में कांगड़ा के बाला जी अस्पताल में उपचाराधीन हैं।
हादसे का विवरण:
मीडिया रिपोर्ट्स और पुलिस बयान के अनुसार, टेक-ऑफ के ठीक बाद ग्लाइडर अचानक असंतुलित हो गया और नियंत्रित उड़ान भरने से पहले ही ज़मीन पर आ गिरा। हादसे के बाद पर्यटक सतीश को तुरंत धर्मशाला के जोनल अस्पताल ले जाया गया, जहां से गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें टांडा मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। इलाज के दौरान रात करीब 11 बजे उन्होंने दम तोड़ दिया।
इस हादसे का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें टेक-ऑफ के दौरान हुई तकनीकी चूक और गिरने की पूरी घटना देखी जा सकती है।
छह महीनों में दूसरी मौत:
यह हादसा इंद्रुनाग साइट पर पिछले छह महीनों में हुआ दूसरा जानलेवा हादसा है। इससे पहले जनवरी 2025 में गुजरात की ही एक 19 वर्षीय युवती, भावसर खुशी की इसी साइट पर टेक-ऑफ के दौरान मौत हो गई थी। उस हादसे में भी ग्लाइडर टेक-ऑफ के समय क्रैश हो गया था और पायलट घायल हुआ था।
सुरक्षा पर उठे सवाल:
लगातार हो रही घटनाओं ने पैराग्लाइडिंग सुरक्षा मानकों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि ग्लाइडर या तकनीकी स्टाफ की ओर से सुरक्षा मानकों का पूरी तरह पालन नहीं किया गया था। पुलिस और जिला प्रशासन दोनों ही इन मामलों की जांच कर रहे हैं कि क्या उड़ान के पहले जरूरी निरीक्षण और तकनीकी चेकलिस्ट पूरी की गई थी या नहीं।
प्रशासनिक कार्रवाई:
घटना के बाद कांगड़ा के उपायुक्त हैमराज बैरवा ने कड़ा कदम उठाते हुए पूरे जिले में 15 सितंबर 2025 तक सभी पैराग्लाइडिंग गतिविधियों पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। इस प्रतिबंध में विश्वप्रसिद्ध बिड-बिलिंग साइट भी शामिल है। उपायुक्त ने बताया कि यह निर्णय मानसून सीजन और बढ़ते खतरे को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हितेश लखनपाल ने जानकारी दी कि दोनों घटनाओं की जांच जारी है और एरो स्पोर्ट्स ऑपरेटरों की पंजीकरण प्रक्रिया, उपकरणों की स्थिति और प्रशिक्षित पायलटों की उपलब्धता की समीक्षा की जा रही है।