हिंदुओं के लिए सबसे बड़ी चुनौती यह हो गई है कि...पहलगाम आतंकी हमले पर बोले पंडित धीरेंद्र शास्त्री
punjabkesari.in Thursday, Apr 24, 2025 - 06:08 AM (IST)

नेशनल डेस्कः जम्मू-कश्मीर के रियासी ज़िले के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई, जबकि कई अन्य घायल हुए हैं। हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली है, जो लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठनों का हिस्सा है। TRF ने चेतावनी दी है कि वह भविष्य में भी जम्मू-कश्मीर में तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को निशाना बनाएगा।
इस नृशंस घटना पर बागेश्वर धाम सरकार के प्रमुख पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने इसे मजहबी आतंक करार देते हुए कहा कि अब भारत में हिंदू होना आतंकियों के लिए बोझ बनता जा रहा है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, "पहले नाम पूछा गया, जब 'हिंदू' सुना तो बेरहमी से गोलियां बरसाईं गईं.. ये कोई युद्ध का मैदान नहीं था, ये किसी निर्दोष की जिन्दगी थी, जिसकी कहानी समाप्त कर दी गई। सोचिए।"
'आतंकियों ने सिर्फ धर्म पूछा और गोली मार दी'
बागेश्वर बाबा ने आगे कहा, ''आतंकियों ने सिर्फ ये पूछा कि क्या तुम हिंदू हो और गोली मार दी, इससे बड़ा दुर्भाग्य इस देश का कभी नहीं हो सकता है। हिंदुओं के लिए सबसे बड़ी चुनौती अब हिंदुस्तान में हिंदू होने पर खतरे में है और वहां जहां पर तुम 80 फीसदी हो। ऐसा क्यों है? क्योंकि हमें लगता है कि हम बंटे हैं, इसलिए पहलगाम की वो 26 जिंदगियां, जिसमें किसी का भाई गया तो किसी का पिता गया। बच्चे बिलखते हुए दिखे। किसी का संसार बसने से पहले उजड़ गए। उनके ऊपर क्या बीत रही होगी। बालाजी के चरणों में प्रार्थना है कि हर पीड़ित परिवार को बल मिले, बालाजी की कृपा मिले। पूरा परिवार टूट चुका होगा।''
कौन कहता है आतंक का कोई मजहब नहीं होता- धीरेंद्र शास्त्री
उन्होंने ये भी कहा कि हिंदुओं के लिए इस घटना में बड़ी चिंता जाहिर कर दी। आखिर हम अब नहीं जागेंगे तो कब जागेंगे। धीरेंद्र शास्त्री ने सवाल किया, ''कौन कहता है कि आतंक का कोई मजहब नहीं होता है? जरा देख लो पहलगाम की घटना को। इस घटना में हृदय को झकझोर दिया है, मन को तोड़ दिया है। इस घटना में फिर से विचार करने पर हम सभी को छोड़ दिया है।''
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर आगे कहा, ''वैसे ईंट का जवाब तो पत्थर से देना चाहिए। ये तो तय है कि पाकिस्तान सुधर नहीं सकता है। हम अंत में हिंदुओं से यही कहेंगे कि अब नहीं जागे तो कभी नहीं जागेंगे, इसलिए हम सब को एकजुट होकर के अपनी शक्ति बल को बढ़ाना पड़ेगा। शस्त्र और शास्त्र दोनों का संवर्धन और दोनों का संरक्षण करना पड़ेगा, हिंदुओ जागो।''