भिखारी पाकिस्तान ने UN में  गाजा बसाने को लेकर किया नया ''ड्रामा’, कह दीं बड़ी-बड़ी बातें

punjabkesari.in Tuesday, Jul 29, 2025 - 02:50 PM (IST)

International Desk: पाकिस्तान एक बार फिर अपनी फर्ज़ी नैतिकता की किताब लेकर संयुक्त राष्ट्र (UN) पहुंचा है। हालत ये है कि मुल्क के लोग महंगाई, बेरोजगारी और आतंकवाद से जूझ रहे हैं, IMF का कर्ज़ चुका नहीं पा रहे, लेकिन दुनिया को गाजा पट्टी में इंसानियत पढ़ा रहे हैं!  पाकिस्तान के  उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने संयुक्त राष्ट्र में गाजा पट्टी को फिर से बसाने और फिलिस्तीन को यूएन में पूर्ण सदस्यता दिलाने की अपील ठोक दी। डार साहब ने भाषण में कहा ‘‘फिलिस्तीन में दशकों से अन्याय हो रहा है, इसे खत्म किया जाए। फ्रांस जैसे देश फिलिस्तीन को स्वतंत्र राष्ट्र मान रहे हैं, दूसरे भी ऐसा करें!’’ उन्होंने गाजा में बिना शर्त स्थायी युद्धविराम व नागरिकों के लिए खाना-दवाइयों की तत्काल व्यवस्था जैसे मुद्दों पर भी बड़ी-बड़ी बातें कह दीं।

  

पाकिस्तान की अपनी हालत खराब

  •  महंगाई रिकॉर्ड तोड़ है, पेट्रोल-आटा-दाल तक IMF की शर्तों पर उधार से आ रहा है।
  •  बलूचिस्तान और खैबर-पख्तूनख्वाह जैसे इलाकों में मानवाधिकार हनन, अलगाववाद, विद्रोह  खुलेआम है।
  •  धार्मिक कट्टरता और आतंकवाद पाकिस्तान की  पहचान बन चुके हैं।
  •   हालात इतने खराब हैं कि सेना को खुद सड़कों पर राशन बांटना पड़ता है।

 

इसके बावजूद पाकिस्तान को अपने घर की आग दिखाई नहीं देती वो गाजा पट्टी में शांति के नाम पर दुनिया को ज्ञान बांट रहा है। भारत ने तो साफ कर दिया है कि तरक्की ही प्राथमिकता! भारत आज दुनिया की शीर्ष 5 अर्थव्यवस्थाओं  में अपनी जगह पक्की कर रहा है। रिकॉर्ड निवेश, इंफ्रास्ट्रक्चर, रोज़गार, तकनीक  हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है।वहीं पाकिस्तान आज भी वही 75 साल पुरानी स्क्रिप्ट पढ़ रहा है कभी कश्मीर का रोना, कभी गाजा पर भाषण, कभी कर्ज़ के लिए चक्कर।

 
‘मानवाधिकार’ का झूठा मुखौटा 
सबसे बड़ा सवाल यह है कि जो मुल्क खुद आतंक का गढ़ हो, जो अपने लोगों को इंसाफ ना दे पाए, वो दूसरों को इंसानियत कैसे सिखा सकता है?गाजा को बसाने के लिए पाकिस्तान पैसा कहां से लाएगा? IMF से उधार लेकर? चीन से नया कर्ज लेकर? या फिर बस यूएन में भाषण देकर?पाकिस्तान की हालत इस कदर खस्ता है कि उसके लोग राशन के लिए घंटों कतार में खड़े रहते हैं, लेकिन हुक्मरान न्यूयॉर्क जाकर बड़ी-बड़ी बातें करते हैं। गाजा पर घड़ियाली आंसू बहाकर पाकिस्तान को शायद लगता है कि वह अपनी नाक बचा लेगा लेकिन अब दुनिया भी जानती है कि पाकिस्तान की फर्ज़ी नैतिकता का सच क्या है।
 


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Content Writer

Tanuja

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