Himachal :  रिटायरमेंट से महज 2 महीने पहले शहीद हुए हिमाचल के वीर सूबेदार मेजर पवन कुमार, घर पहुंची पार्थिव देह

punjabkesari.in Sunday, May 11, 2025 - 02:32 PM (IST)

 नेशनल डेस्क:  राजौरी के सीमावर्ती इलाकों में एक बार फिर पाकिस्तान की ओर से हुई अकारण गोलीबारी ने देश को एक और बहादुर सपूत से वंचित कर दिया। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा ज़िले के शाहपुर के झुलाड़ गांव निवासी सूबेदार मेजर पवन कुमार जरियाल (उम्र 48 वर्ष) शनिवार सुबह इस हमले में शहीद हो गए। उन्हें 25 पंजाब रेजिमेंट में सेवा देने का गौरव प्राप्त था और उनकी तैनाती जम्मू-कश्मीर के पूंछ सेक्टर में थी। वहीं आज उनका पार्थिव शव उनके घर लाया गया जहां बड़ी तदाद में निवासी उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे। 

बता दें कि सूबेदार मेजर पवन कुमार सेना से केवल दो महीने बाद सेवानिवृत्त होने वाले थे, लेकिन उससे पहले ही उन्होंने देश की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्योछावर कर दिए। शहीद पवन कुमार एक सैनिक परिवार से ताल्लुक रखते थे—उनके पिता गरज सिंह भी भारतीय सेना में हवलदार पद से सेवानिवृत्त हुए हैं।

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जैसे ही शहादत की सूचना प्रशासन को मिली, पूरे झुलाड़ गांव में शोक की लहर दौड़ गई। कांगड़ा के उपायुक्त हेमराज बैरवा ने इस दुखद समाचार की पुष्टि की और बताया कि सेना की ओर से उन्हें जानकारी मिली है। शाहपुर के एसडीएम करतार चंद को शहीद के परिजनों से मिलने भेजा गया है।

परिवार के लिए यह क्षति बेहद असहनीय है। शहीद पवन कुमार के पिता ने भावुक होकर कहा, "शायद उसके भाग्य में यही लिखा था।" पवन कुमार के दो बच्चे हैं—एक बेटा और एक बेटी—जो इस समय पढ़ाई कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शहीद को श्रद्धांजलि देते हुए उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं प्रकट की हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बलिदान कभी भुलाया नहीं जा सकता, और ईश्वर से प्रार्थना की कि वह शोक संतप्त परिवार को यह आघात सहने की शक्ति दें।

राजौरी में हुए इस हमले में एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ADC राजौरी भी घायल हुए थे, जिनकी बाद में मौत हो गई। इस हमले ने एक बार फिर यह जता दिया कि सरहद पर तैनात हमारे जवान हर पल अपने प्राणों की बाज़ी लगाकर देशवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे हैं।


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Content Writer

Anu Malhotra

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