सनसनीखेज खुलासाः चीन की भारत के खिलाफ नई साजिश बेनकाब ! पाकिस्तान-बांग्लादेश में कराई खुफिया एयरफोर्स डील
punjabkesari.in Saturday, Aug 02, 2025 - 01:57 PM (IST)

International Desk: भारत के लिए एक नई सुरक्षा चुनौती सामने आई है। खुफिया एजेंसियों के एक बड़े खुलासे में पता चला है कि पाकिस्तान और बांग्लादेश अपनी वायु सेनाओं के बीच एक गुप्त समझौता करने की तैयारी में हैं। इंटरसेप्ट की गई बातचीत से पता चलता है कि पाकिस्तान की वायु सेना (PAF) और बांग्लादेश की वायु सेना (BAF) एयरक्राफ्ट और ड्रोन तकनीक को लेकर आपसी साझेदारी बढ़ाने पर काम कर रही हैं। न्यूज18 की रिपोर्ट के मुताबिक 15 से 19 अप्रैल के बीच इस्लामाबाद और ढाका के शीर्ष रक्षा अधिकारियों के बीच यह गुप्त बातचीत हुई। इसमें मॉड्यूलर और मानव रहित मिशन प्रशिक्षकों (MUMT-UMT) के संयुक्त विकास पर चर्चा की गई।
माना जा रहा है कि पाकिस्तान चीन की मदद से अपनी ड्रोन तकनीक को और मजबूत कर ढाका को यह तकनीक ट्रांसफर कर रहा है। सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि सामरिक एयर डेटा लिंक सिस्टम को भी एकीकृत करने की बात हो रही है। इससे बांग्लादेश की वायु सेना को दूसरे देशों की सेनाओं के साथ मिलकर काम करने और सटीक स्ट्राइक कोऑर्डिनेशन की ताकत मिलेगी। ऐसे में भारत की पूर्वी वायु कमान के लिए यह खतरे की घंटी मानी जा रही है।
स्पेस सहयोग में भी सांठगांठ
खुफिया सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच अंतरिक्ष सहयोग पर भी बातचीत हुई है, जिसमें शुरुआती टोही और सैटेलाइट-आधारित ISR क्षमताओं के विकास की बात सामने आई है। इसमें चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) जैसे तीसरे पक्ष की भागीदारी से भी इनकार नहीं किया जा सकता।इसके अलावा दोनों देश फ्लाइट सिमुलेशन के लिए AR (Augmented Reality) और VR (Virtual Reality) सिस्टम पर भी साथ मिलकर काम कर सकते हैं ताकि युद्ध के हालात का रियल टाइम अभ्यास किया जा सके।
ड्रोन रोधी तकनीक और साइबर सुरक्षा पर डील
रक्षा सूत्रों ने यह भी बताया कि पाकिस्तान और बांग्लादेश ड्रोन-रोधी तकनीक और साइबर सिक्योरिटी सिस्टम पर भी मिलकर काम कर रहे हैं। पाकिस्तान ने ढाका को मैलवेयर से सुरक्षा और आक्रामक साइबर ट्रेनिंग मॉड्यूल देने की पेशकश की है।
राजनीतिक साजिश का भी खुलासा
खुफिया लीक रिपोर्ट में सबसे सनसनीखेज बात यह है कि पाकिस्तान ने बांग्लादेश में राजनीतिक साजिश की भी योजना बनाई है। सूत्रों के अनुसार, बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन को हटाकर किसी सैन्य समर्थक शख्स को सत्ता में बैठाने की फुसफुसाहट भी इस बातचीत में हुई। ISI से जुड़े कुछ रिटायर्ड अफसर ढाका में पाकिस्तानी रक्षा अताशे शाखा के साथ मिलकर तख्तापलट की साजिश रच रहे हैं। अगर यह साझेदारी सफल होती है तो भारत के लिए पूर्वी सीमा पर एक नई रणनीतिक चुनौती खड़ी हो सकती है।