'जल्द करो मदद, नहीं तो हो जाएगी त्रादसी'...  ऑक्सीजन के लिए गुहार लगा रहे अस्पताल

punjabkesari.in Monday, May 03, 2021 - 10:41 AM (IST)

नेशनल डेस्क:  दिल्ली के कुछ अस्पतालों ने अपने खत्म होते ऑक्सीजन भंडारों के बारे में अधिकारियों को आपात संदेश भेजे। कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच छोटे अस्पताल इस जीवन रक्षक गैस की कमी का लगातार सामना कर रहे हैं। यहां तक कि एक अस्पताल ने तो सरकार से अपने मरीजों को दूसरी जगह भेजने की भी अपील की है। मालवीय नगर स्थित मधुकर रेनबो चिल्ड्रन अस्पताल ने रविवार को अपने यहां ऑक्सीजन का भंडार समाप्त होने का संदेश दिया और कहा कि चार नवजातों समेत 50 लोगों की जान ‘‘खतरे में है।’’

 

मरीजों को दूसरी जगह भेजने की अपील
अस्पताल में तरल ऑक्सीजन के भंडार के लिए टैंक नहीं है और उसकी निर्भरता निजी विक्रेता से ऑक्सीजन सिलेंडरों की आपूर्ति पर है। अधिकारी ने कहा कि निरंतर आपूर्ति के अभाव में यह रोजाना की लड़ाई बन गई है। हमें हर दिन करीब 125 ऑक्सीजन सिलेंडरों की जरूरत पड़ती है। द्वारका स्थित आकाश हेल्थकेयर ने सरकारी अधिकारियों से मरीजों को किसी दूसरी जगह स्थानांतरित करने की अपील की, ताकि ‘‘उन्हें बचाया जा सके।’’

PunjabKesari

ट्वीट कर लगाई मदद की गुहार
अस्पताल के ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट किया गया कि मदद के लिए गुहार: पूरे दिन कोशिश करने के बाद केवल पांच ऑक्सीजन सिलेंडर मिले, 250 से ज्यादा मरीजों की जान बचाने के लिए 60 मिनट से अधिक नहीं बचे हैं। दक्षिण दिल्ली में स्थित विम्हांस अस्पताल के सीईओ यतीश वहल ने शाम में ‘‘बहुमूल्य जीवन रक्षा के लिए ततल्काल मदद की गुहार लगायी।’’उन्होंने कहा कि सरकारी आदेश के अनुसार, अस्पताल का आपूर्तिकर्ता बदल गया है। उन्होंने कहा कि नया आपूर्तिकर्ता ‘‘ऑक्सीजन की आपूर्ति करने से मना कर रहा है और हमारे पास अगले सात दिनों तक काम चलाने लायक स्टॉक नहीं है। करीब 135 मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं, और इनमें से 94 आईसीयू में हैं।

 

अस्पतालों में हालात हो रहे खराब
सीताराम भरतीया इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड रिसर्च ने भी सोशल मीडिया के माध्यम से सरकार से मदद मांगी है। अस्पताल ने ट्वीट किया है कि कोविड-19 के 45 मरीज भर्ती हैं। शाम पांच बजे तक तरल ऑक्सीजन की जरुरत है। अस्पताल ने फिर शाम 6:10 पर ट्वीट किया कि कि उसे आपात ऑक्सीजन सिलेंडर मिल गए हैं लेकिन यह आपूर्ति 2-3 घंटे ही चलेगी। हालात खराब हैं। तुरंत ऑक्सीजन आपूर्ति की जरुरत है।’’

PunjabKesari

बड़ी त्रासदी की चेतावनी
कालकाजी के ट्राइटन अस्पताल की डॉ दिपाली गुप्ता ने कहा कि वे उनके नवजात शिशुओं संबंधी गहन देखभाल कक्ष (एनआईसीयू) के लिए ऑक्सीजन का प्रबंधन करने में संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम एक हफ्ते से ऑक्सीजन के संकट से जूझ रहे हैं। जल्द ही निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित नहीं की गई तो बड़ी त्रासदी हो सकती है। आप नेता राघव चड्ढा ने इस पर कहा कि सरकार ने अस्पताल को राजघाट प्रतिक्रिया केंद्र से पांच डी प्रकार के सिलेंडर दिए हैं।

 

आप नेता ने दिया मदद का भरोसा
आप नेता ने ट्वीट किया कि अस्पताल के अधिकारी इसे लेने आ रहे हैं। पूरी उम्मीद है कि अस्पताल की ऑक्सीजन आपूर्ति तेजी से बहाल हो जाएगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली को कम ऑक्सीजन आपूर्ति किए जाने की वजह से सरकार के ऑक्सीजन भंडार काफी सीमित हैं लेकिन हम किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। हकीम अब्दुल हमीद शताब्दी अस्पताल, जहां 110 मरीज भर्ती हैं, ने दोपहर दो बजे के आसपास अपने ऑक्सीजन भंडार के बारे में चेतावनी दी।

PunjabKesari

इस हालात के लिए दिल्ली सरकार जिम्मेदार: डाक्टर
चिकित्सा विभाग के प्रमुख डॉ. सुनील कोहली ने कहा कि इस हालात के लिए दिल्ली सरकार जिम्मेदार है। जब से सरकार ने इंतजाम अपने हाथ में लिया है, तब से आपूर्ति अनिश्चित हो गई है। अस्पताल में शाम छह बजे एक ऑक्सीजन टैंकर पहुंचा। इस बीच बीएलके-मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल ने कहा कि उसने ‘‘एक ऑक्सीजन उत्पादक और उच्च-दबाव वाले सिलेंडर भरने की प्रणाली की स्थापना की है, जो अस्पताल में मेडिकल ऑक्सीजन की मौजूदा मांग के मुकाबले लगभग 15 प्रतिशत अतिरिक्त बैक-अप देगा।’’

 

दिल्ली में बिगड़ रहे हालात
शनिवार को, कोविड-19 के 12 मरीजों की दक्षिण दिल्ली के बत्रा अस्पताल में मौत हो गई थी, जब दोपहर में करीब 80 मिनट तक अस्पताल के पास चिकित्सीय ऑक्सीजन नहीं थी। मृतकों में एक वरिष्ठ चिकित्सक भी शामिल हैं। दो हफ्ते के भीतर राष्ट्रीय राजधानी में ऑक्सीजन संकट के कारण हुई यह तीसरी घटना है। इससे पहले जयपुर गोल्डन अस्पताल में 20 कोरोना मरीजों और सर गंगाराम अस्पताल में 25 मरीजों की मौत हो गई थी।कोरोना वायरस के मामले हर दिन बढ़ने से दिल्ली के कई अस्पताल ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे हैं।  दिल्ली सरकार मौजूदा 490 मीट्रिक टन कोटे की बजाय केंद्र से 976 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की मांग कर रही है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

vasudha

Recommended News

Related News