सावधान हो जाएं! अब ठग इस तरीके का इस्तेमाल कर लगा रहे चूना, सरकार ने किया सतर्क
punjabkesari.in Monday, Jul 14, 2025 - 07:15 PM (IST)

नेशनल डेस्क: मोबाइल उपयोगकर्ताओं के लिए भारत सरकार का दूरसंचार विभाग (DoT) सतर्कता का अलर्ट जारी किया है। विभाग ने देशभर में बढ़ते SIM स्वैप फ्रॉड और फर्जी KYC अपडेट के मामलों को लेकर लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। साइबर अपराधी खुद को टेलीकॉम कंपनी या सरकारी अधिकारी बताकर लोगों से निजी जानकारी लेकर उन्हें चूना लगा रहे हैं।
SIM ब्लॉक और KYC अपडेट के नाम पर हो रहा धोखा
DoT ने अपने आधिकारिक X (पूर्व ट्विटर) हैंडल से जानकारी साझा करते हुए स्पष्ट किया है कि न तो विभाग, न TRAI और न ही कोई टेलीकॉम कंपनी SIM बंद करने या KYC अपडेट कराने के लिए कॉल या मैसेज करती है। ऐसे में अगर किसी को इस तरह के कॉल या SMS मिलते हैं तो उन्हें तुरंत नजरअंदाज करें और सतर्क हो जाएं।
क्या है SIM स्वैप फ्रॉड?
यह एक खतरनाक साइबर अपराध है, जिसमें अपराधी किसी यूजर की निजी जानकारी इकट्ठा कर लेते हैं और मोबाइल ऑपरेटर से नई सिम कार्ड जारी करवा लेते हैं। जब यह सिम एक्टिवेट हो जाती है, तो यूजर की पुरानी सिम बंद हो जाती है, और सभी OTP, बैंक अलर्ट और मैसेज उस नई सिम पर आने लगते हैं। इसके जरिए अपराधी पीड़ित के बैंक खातों, सोशल मीडिया अकाउंट्स और अन्य डिजिटल सेवाओं में घुसपैठ कर लेते हैं।
DoT ने उठाए सख्त कदम
बढ़ते खतरे को देखते हुए दूरसंचार विभाग ने SIM से जुड़ी प्रक्रिया में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं:-
- बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन के बिना अब कोई भी नई SIM नहीं मिलेगी।
- नई SIM 24 घंटे तक SMS प्राप्त नहीं कर पाएगी, ताकि OTP का दुरुपयोग न हो सके।
कैसे बचें साइबर फ्रॉड से?
- अपनी व्यक्तिगत जानकारी किसी के साथ साझा न करें, चाहे वह खुद को अधिकारी ही क्यों न बताए।
- सोशल मीडिया पर अपनी जानकारी को सीमित लोगों तक ही रखें।
- अनजान नंबर से आए कॉल या मैसेज का जवाब न दें, खासकर KYC या इनाम से जुड़े।
- किसी भी संदेह की स्थिति में साइबर क्राइम पोर्टल या अपने मोबाइल ऑपरेटर को तुरंत सूचित करें।
- संदिग्ध लिंक या ईमेल पर क्लिक करने से बचें।