IT मंत्रालय के आदेश के बाद Nord VPN का बड़ा फैसला, भारत से हटा सकता है अपने सर्वर

punjabkesari.in Friday, May 06, 2022 - 01:30 PM (IST)

नेशनल डेस्क: दुनिया के सबसे बड़े वीपीएन प्रदाताओं (providers) में से एक, नॉर्ड वीपीएन (Nord VPN) जल्द ही भारत से अपने सर्वर को हटा सकता है। दरअसल पिछले हफ्ते भारत सरकार के आदेश के बाद नॉर्ड वीपीएन ने भारत से हटने का फैसला किया है। नॉर्ड वीपीएन के पैरेंट नॉर्ड सिक्योरिटी के एक प्रवक्ता, पेट्रीसिजा सेर्नियसकाइट ने  कहा कि उपयोगकर्ता डेटा को बनाए रखने के लिए वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क हमारी प्राथमिकता है। हम अपने ग्राहकों  की गोपनीयता की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं, इसलिए यदि कोई अन्य विकल्प नहीं बचा है, तो हम अपने सर्वर को भारत से हटा सकते हैं।

 

पिछले हफ्ते इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने आदेश दिया था कि वीपीएन कंपनियां, क्रिप्टोकुरेंसी एक्सचेंजों के साथ उपयोगकर्ताओं के रिकॉर्ड को पांच साल तक सुरक्षित रखें। वीपीएन का उपयोग एक अलग नेटवर्क के माध्यम से उपयोगकर्ताओं के इंटरनेट कनेक्शन को फिर से करने के लिए किया जाता है, इसका उपयोग विभिन्न उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है, जैसे कार्यालय नेटवर्क से जुड़ना जो सामान्य इंटरनेट से अन्यथा पहुंच योग्य नहीं है, या अन्य देशों में सर्वर का उपयोग करके अवरुद्ध वेबसाइटों तक पहुंचने के लिए।

 

नॉर्ड जैसे वीपीएन प्रदाता आमतौर पर बिक्री बिंदु के रूप में अपने यूजर्स को लेकर गोपनीयता रखता है और किसी अन्य से उनकी जानकारी शेयर नहीं करता, लेकिन IT मंत्रालय के आदेश के मुताबिक अब कंपनी को जानकारी शेयर करनी होगी जो कंपनी के सर्वरों के लिए इस नीति का उल्लंघन होगा। नॉर्ड ने कहा कि हालांकि भारत में उसके जो यूजर्स हैं वो अन्य देशों में नॉर्ड सर्वर से जुड़ सकते हैं।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Seema Sharma

Recommended News

Related News